Kota-Updete:-खबर का असर:–पुलिस व प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही..अवैध रूप से रेत-परिवहन करने वाले 02-हाइवा सहित एक दर्जन से ऊपर ट्रेक्टर सपड़ाए।-
दिसंबर 2024 अंतिम में माइनिंग-विभाग की ताबड़तोड़-कार्यवाही सहित करोड़ों का जुर्माना कर लूटी थी वाहवाही।
हाइवा-ट्रेक्टर चालकों का कबूलनामा बिना रॉयल्टी 06-हजार पर ट्रिप-हाइवा 300-रुपए पर ट्रिप-ट्रेक्टर रॉयल्टी-पर्ची के खेल में ठेकेदार संग माइनिंग विभाग हो रहा लालम लाल।
प्रधानमंत्री-आवास के नाम पर रेत-परिवहन जारी…?क्या वाकई प्रधानमंत्री आवास के लिए परिवहन हो रहा है…या फिर…रेत से सोना निकाल रहे हैं. परिवहन-कर्ता।
दिनांक:-10/03/2025
*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।
*करगीरोड-कोटा:-हरित छत्तीसगढ़ लगातार खबर का असर…दिसंबर 2024 के आखिरी महीने में माइनिंग-विभाग ने ताबड़तोड़ कार्यवाही के साथ करोड़ों रूपए का जुर्माना वसूलकर खूब वाहवाही लूटी थी, कार्यवाही को मीडिया ने भी प्रमुखता से छापा भी था पर जैसे ही 2025 लगी शुरुवात में कुछ छोटी मोटी कार्यवाही की गई पर रेतघाट से रेतो के अवैध परिवहन पर रोक नहीं लगा पाई।
प्रशिक्षु-आईएस आईपीएस की अवैध परिवहन पर ताबड़तोड़ कार्यवाही:—
*कोटा-विकासखंड के सोढाखुर्द करही कछार रतखंडी से हाइवा- ट्रैक्टरों से अवैध रूप से रेतो का परिवहन तखतपुर-लोरमी सहित आसपास के इलाके में जारी है..08 मार्च रेतो के अवैध परिवहन को लेकर “हरितछत्तीसगढ़ ने प्रमुखता से खबर छापी..जिसके बाद शाम होते-होते कोटा थाना प्रभारी के रूप पदस्थ प्रशिक्षु-आईपीएस अधिकारी सुमित कुमार सहित एसडीएम कोटा के रूप में पदस्थ प्रशिक्षु आईएस-अधिकारी तन्मय खन्ना ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए 02-हाईवा सहित एक दर्जन से ऊपर ट्रैक्टरों पर कार्यवाही करते हुए माइनिंग विभाग को सौंप दिया दोनों प्रशिक्षु- अधिकारियों द्वारा की गई ताबड़तोड़ कार्यवाही के बाद से अवैध रूप से रेत परिवहन करने वाले परिवहन कर्ताओं में हड़कंप मच गया।
बिना रॉयल्टी पर्ची 06-हजार रुपए हाईवा प्रति ट्रिप 300-रुपए ट्रेक्टर प्रति ट्रिप:—
*पुराने थाने व एसडीओपी कार्यालय के सामने रेतो से भरी ट्रैक्टरों व हाईवा की लंबी कतार लगी हुई है “हरितछत्तीसगढ़ ने वाहनों के पास खड़े ट्रेक्टर सहित हाईवा-चालकों से बात की जिसके बाद पता चला कि रेतघाट में रॉयल्टी पर्ची को लेकर कितना बड़ा खेल खेला जा रहा है..?रेतघाट में रेतो के परिवहन के लिए खनिज-विभाग द्वारा बकायदा रॉयल्टी पर्ची जारी किया जाता है, ताकि रेत परिवहन करने वालों को कोई दिक्कत न हो..पर रेतघाट में रॉयल्टी पर्ची के जरिए ही रेत से सोना निकाला जा रहा है.? हाईवा-ट्रेक्टर चालकों को बिना रॉयल्टी पर्ची के दुगुने तिगुने दामों पर रेत बेचा जा रहा है..?हाईवा वाले को 06हजार रूपए प्रति-ट्रिप रेत वसूला जा रहा है..?वही ट्रेक्टर चालकों को 300 प्रति ट्रिप वसूली की जा रही है..?रेतघाट चलाने वाले ठेकेदारों द्वारा रॉयल्टी नहीं दिए जाने के बाद परिवहन कर्ताओं एक बार बच जाता है..?दो बार बच जाता है..? पर जब कार्यवाही होती है, तो परिवहन अवैध कहलाता है..? रेत परिवहन करने वाले लोग वैधानिक रूप से रेत का परिवहन करना चाहते है..पर इसमें कही न कही रेतघाट चलाने वाले ठेकेदारों व विभागीय अधिकारियों की मिली- भगत से परिवहन कर्ताओं को आर्थिक नुकसान उठाने के साथ साथ राज्य सरकार के खजाने को भी लाखों करोड़ों रुपए की राजस्व हानि हो रही है..?*
*क्रमशः—*