Kota-Updete:-पुलिस प्रशासन की कार्यवाही से ट्रेक्टर चालक मालिक पस्त…माइनिंग-अधिकारी घाट-ठेकेदार मस्त।-

*Kota-Updete:-पुलिस प्रशासन की कार्यवाही से ट्रेक्टर चालक मालिक पस्त…माइनिंग-अधिकारी घाट-ठेकेदार मस्त।-

*करहीकछार-रेतघाट पंचायत के नाम पर संचालित…बाहरी लोग लूज और रॉयल्टी के नाम पर कर रहे लाखों की अवैध वसूली

*मैनुअल की जगह पोकलेन से खुदाई अरपा हुई लहूलुहान पर्यावरण संरक्षण की तो बात ही मत करो।*

*दिनांक:-06/05/2025

*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।*

*करगीरोड-कोटा:-रेत परिवहन-कर्ताओं पर पुलिस प्रशासन की कार्यवाही अभी भी जारी है…कोटा थाने में अभी भी आधा दर्जन से ऊपर ट्रेक्टर सहित रेत से भरे 02 हाईवा खड़ी हुई है..इससे पूर्व लगातार पुलिसिया कार्यवाही से त्रस्त ट्रेक्टर मालिक संघ ने पुलिस व प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एसडीएम कार्यालय का घेराव करते हुए अपनी मांगे प्रमुखता से रखी थी जिसके बाद एसडीएम कोटा द्वारा तहसीलदार श्रीमती माया आंचल को राजस्व विभाग व माइनिंग विभाग के साथ ट्रेक्टर मालिक संघ के बीच बैठक कर मामले का हल निकालने के लिए कहा गया था।

*रेत-ठेकेदार-माइनिंग विभाग के साठगांठ से चल रहा पूरा खेल:—

*इससे पूर्व हरित छत्तीसगढ़ ने बेलगहना क्षेत्र के रतखंडी-करहीकछार रेतघाट में लूज और रॉयल्टी के नाम पर चल रहे अवैध वसूली की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर चुका है जिस प्रकार से करहीकछार रेतघाट में लूज और रॉयल्टी के नाम पर हो रही लाखों की अवैध वसूली का पूरा खेल खेला जा रहा है.?अकेले ठेकेदारों के बस का नहीं लगता बिना माइनिंग-विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के साठगांठ के बिना संभव हो ही नहीं सकता..? इससे पूर्व ट्रेक्टर मालिक संघ ने रेतघाट में माइनिंग विभाग द्वारा तय किए गए रॉयल्टी की राशि की जगह दुगुना राशि लिए जाने की शिकायत एसडीएम कोटा को सौंपे अपने ज्ञापन में कही गई थीं इसके अलावा सुशासन तिहार के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को शिकायत के रूप में आवेदन भी प्रस्तुत किए गए थे।*

*मीडिया के लोगो के साथ ग्राउंड-जीरो पर फिर पहुंचा हरितछत्तीसगढ:–

*रॉयल्टी और लूज के नाम पर हो रही अवैध वसूली कि खबर की सूचना पर रविवार 04 मई को एक बार फिर से “हरितछत्तीसगढ” करहीकछार रेतघाट के ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर मामले का पुनः से जायजा लिया मीडिया के लोगो को एक साथ देखकर रेतघाट के बाहर रॉयल्टी वसूलने वालो ने पहले तो कोई भी बात नहीं की..हरित छत्तीसगढ़ ने रेतघाट के अंदर जाकर देखा तो बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुकी अरपा नदी के सीने पर भारी भरकम पोकलेन मशीनों से ताबड़तोड़ खुदाई जारी थी..यही नहीं माइनिंग विभाग द्वारा जारी तय सीमा से ज्यादा जगहों मशीनों से खुदाई जारी है..रेतो से भरे हाईवा से सड़को पर गिर रहे पानी की बूंदे इस बात की गवाही दे रही थी।*

रेतघाट के बाहर बैठे लोगों ने ठेकेदारों के गुर्गों ने मीडिया-कर्मियों को धमकाया:–

*रेतघाट से बाहर आने के बाद मीडिया के लोगो ने जब रॉयल्टी के नाम पर की जा रही अवैध वसूली सहित मैनुअल की जगह मशीनों से हो रही खुदाई को लेकर बाहर बैठे लोगों से सवाल पूछा तो बाहर बैठे ठेकेदार के गुर्गों ने मीडिया-कर्मियों को ही धमकाने लगे..की आप घाट के अंदर कैसे चले गए..? दूसरी जगह जहां पर मंत्री विधायकों के लोग रेतघाट चला रहे वहां क्यों नहीं जाते..? एक प्रकार से अपने गुस्से का इजहार करते दिखाई दिए पर मंत्री विधायकों के नाम नहीं बताए..?ग्राम-पंचायत के नाम चल रहे रेतघाट में पंचायत के लोगो की उपस्थिति कम बाहरी लोगों की मौजूदगी ज्यादा दिखाई दी..रेतघाट पर कब्जे को लेकर सालों पहले कोटा विकासखंड के एक दूसरे रेतघाट में मशीन के नीचे एक व्यक्ति का शव मिला था..? साथ ही एक आदिवासी सरपंच के आत्महत्या करने की बात सामने आ चुकी है..सरपंच ने आत्महत्या की थी या उसकी हत्या हुई थी, जिसको लेकर काफी बवाल भी हुआ था मामला न्यायालय में चला था।*

खनिज अधिकारी रमाकान सोनी ने हरित छत्तीसगढ़ से कहा:–

*जिले के खनिज अधिकारी रमाकांत सोनी से हरित छत्तीसगढ ने बात की जिस पर खनिज अधिकारी ने बताया कि करहीकछार रेतघाट ग्राम पंचायत को सौंपा गया है बाहर के लोगों को नहीं अगर ऐसा है..तो जांच करवाई जाएगी.. खनिज अधिकारी रमाकांत सोनी की माने तो तो उनको और बाकी खनिज अधिकारीयो को पता ही नहीं है..की रेतघाट कौन चला रहा है..?उनके मुताबिक तो पंचायत ही चला रही है..?पर पंचायत के वर्तमान सचिव का ये कहना कि मुझे इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं..?कुल मिलाकर करहीकछार रेतघाट से रेत के नाम पर निकाले जा रहे सोने और रॉयल्टी और लूज के नाम पर हो रही लाखों की अवैध वसूली की राशि से ठेकेदार और खनिज विभाग के अधिकारी कर्मचारी सर से लेकर पांव तक घी में डूबे हुए हैं।* 

*प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन कॉल में संबंधित विभागों में जीरो टॉलरेंस की बात जग जाहिर है,साथ ही विभागों ओर विभागीय मातहतों के भ्रष्टाचार पर एसीबी व आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो द्वारा ताबड़तोड़ कार्यवाही भी जारी है..प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी को उनके सुशासन- कॉल में रेतघाट और खनिज विभाग में कब्जा जमाकर लाखों करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार कर शासन को सीधा राजस्व का नुकसान पहुंचाने वाले दुशासनो की पहचान कर इनकी भी संपति की जांच एसीबी और आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो से कराए जाने की आवश्यकता है।*

*क्रमशः—*

 

 

 

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