Kota-Updete:-अपात्रों की नियुक्ति..जनपद सदस्यों ने खोला मोर्चा एसडीएम-कार्यालय के सामने किया धरना प्रदर्शन।-

आंगनबाडी़-कार्यकर्ता और सहायिका की नियुक्ति में फर्जीवाडा़ का जनपद सदस्यों ने लगाया गंभीर आरोप।

एसडीएम-कोटा के निर्देश पर प्रदर्शन स्थल पहुंचे नायब तहसीलदार ने जनपद सदस्यों को दिया जांच का आश्वासन।

नियुक्ति में बाल विकास-परियोजना अधिकारी सहित मौजूदा जनपद सीईओ की भूमिका पर उठे सवाल।

दिनांक:-17/07/2025 मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।

करगीरोड कोटा:– महिला बाल विकास परियोजना विभाग कोटा में आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका की नियुक्ति में पात्र- अपात्र को लेकर हुए फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप लगाते हुए कोटा जनपद पंचायत के जनपद सदस्यों ने विभाग प्रमुखों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एसडीएम कार्यालय के सामने तंबू गाड़कर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया.. विभाग प्रमुख द्वारा पात्र लोगों को दरकिनार करते हुए नियमों की धज्जियां उडाई गई..पूरा मामला 2024/25 में कोटा के कुछ आंगनबाड़ी-केन्द्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं की नियुक्ति होनी थी.. जिसके लिए विभाग ने आवेदन मंगवाए थे.. योग्य लोगों ने अपने अपने आवेदन जमा किए..मगर नियुक्ति की जो लिस्ट जारी हुई उसने विभाग पर सवाल उठते हुए बवाल मचा दिया था..सबसे ज्यादा चर्चा में कोंचरा सेक्टर के जरगा आंगनबाड़ी केन्द्र का रहा है..इसी प्रकार 2025-26 की नियुक्ति में कुरूवार के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के दो पदों के लिए दो उम्मीदवारों ने अपने एसईसीसी नम्बर की जगह दुसरे का एसईसीसी नम्बर दे दिया..जिसे विभाग ने बिना जांच पड़ताल के नियुक्ति पत्र थमा दिया।

इस पूरे फर्जीवाड़े की त्वरित रूप से निष्पक्ष जांचकर दोषीयों पर कड़ी से कडी कार्यवाही की मांग को लेकर विभाग के खिलाफ लामबंद होकर मोर्चा खोलने वाले कोटा जनपद पंचायत के जनपद सदस्यों में शामिल अरविंद जयसवाल सचिन साहू, धर्मेन्द्र देवांगन, अलीबाबा कश्यप, मनोज मरावी, राघवेंद्र गहवई, रामप्रसाद श्रीवास, शंकर सोनी, रश्मि घनश्याम दीक्षित ने एसडीएम कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

इस पूरे मामले में जनपद सदस्य अरविंद जयसवाल नें कहा:– आंगनबाडी़ भर्ती प्रकिया की धज्जियां उडाते हुए अपात्रों की भर्ती की गई है..जिसके विरोध में हमने एसडीएम कोटा को आवेदन दिया..लेकिन निराकरण नही हुआ इसलिए हमें धरने प्रदर्शन करना पड़ रहा है..प्रदर्शन के बीच नायब तहसीलदार कोटा नें एक सप्ताह में जांच कर कार्यवाही की बात कही है..वहीं ट्रांसफर होने के बाद भी विभाग प्रमुख सुरूचि श्याम मैडम डटी हुई है।

वही जनपद सदस्य नेहा साहू के प्रतिनिधि। के रूप में प्रदर्शन में शामिल सचिन साहू कहा की:– महिला बाल विकास परियोजना द्वारा नियुक्ति में अनिमितता की गई है..पात्र को अपात्र और अपात्र को पात्र बनाया गया है, चयन समिति और नियुक्ति करने वालों पर भी कार्यवाही होना चाहिए..नायब तहसीलदार नें धरना स्थल पहुंचकर एक हफ्ते में जांच कार्यवाही का आश्वासन दिया है, बावजूद अगर कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती है..तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।वहीं जनपद सदस्य धर्मेंद्र देवांगन का कहना था,कि परियोजना अधिकारी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार किया गया है यहां पात्र-अपात्र का खेल चल रहा है.. जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा बात करने दस्तावेज मांगने पर विभाग प्रमुखों को रटा-रटाया जवाब दिया जाता है, सूचना का अधिकार लगा लो..?कोर्ट चले जाओ..?तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है..विभाग प्रमुख द्वारा।

एसडीएम के निर्देश पर धरना स्थल पहुंचे नायब तहसीलदार कोटा राकेश सिंह ठाकुर नें मीडिया उपस्थिति में जनपद सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि नियुक्तियों के संबंध में गडबडी के जो आरोप लगे है..उस पर एसडीएम कोटा नें जांच के आदेश दे दिये है..एक सप्ताह में जांच कर दोषियों पर उचित कार्यवाही की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *