कई वर्षों कर रहे थे बाउंड्री की मांग, मांग पूरा ना होने से पालकों ने चन्दा कर बनाने लगे स्कूल की बाउंड्री ।
कई वर्षों कर रहे थे बाउंड्री की मांग, मांग पूरा ना होने से पालकों ने चन्दा कर बनाने लगे स्कूल की बाउंड्री ।
गोल्डी साहू कोतबा । फरसाबहार
विकासखण्ड स्थित प्राथमिक शाला अम्बाकछार में बाउंड्री बाल नही होने से स्कूली बच्चे को दुर्घटना की आंशका बनी हुई है । स्कूल आने जाने में बच्चों डर के साए में पढ़ने को विवश है । दरअसल, यह स्कूल दोनों तरफ सड़क से घिरा हुआ है। साथ ही स्कूल के सामने एक बड़ा सा गड्ढा है । जिसमे पूरे साल भर पानी भरा रहता हैं। जिससे बच्चों के पानी मे डूबने ओर सड़क दुर्घटना का ख़तरा बना रहता है। खतरा को देखते हुए कई बार जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को बाउंड्री बाल की मांग की है । लेकिन वर्षो बीत जाने के बाबजूद जिम्मेदार लोग इस ओर ध्यान नही दिया गया । स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार शासन व जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी दे चुके है। सहायक शिक्षक डमरू पैंकरा ने बताया कि पूर्व में एक बार इंजीनियरिंग की कुछ टीम आई थी पर अब तक इसमे किसी भी प्रकार का कार्य प्रारंभ नही हो पाया है । इस परिस्थिति को देख कर पालको ने स्वयं से ही स्कूल के चारों ओर घेराव कर रहे है । जिसमे लोहर साय ने जाली, सिबा बाई द्वारा लकड़ी का खम्भा दिया गया. सभी ने खुद श्रमदान कर हरा कलर की जाली से घेराव कर दिया ताकि बच्चे इस घेरा से बाहर न जाए, साथ ही बच्चों को सड़क पार न करने की समझाइश भी दिया गया । बता दें कि आज़ादी 75 वर्ष बाद भी स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं से ग्रामीण अंचल के बच्चे दूर है । स्कूल में बाउंड्री सुविधा नही होने के साथ-साथ खुले में खेलने को मजबूर होते है जिससे बच्चे आये दिन सड़क दुर्घटना मामला सुनते व देखते बच्चों के डर सा बना रहता है । अब देखने वाली बात होगी कि जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान देकर कब तक बाउंड्री बाल का काम शुरू करा पाती है ।