सतीघाट शिमधाम कोतबा में गड़वा बाजे में महादेव की निकली बारात, 10 हजार से ज्यादा भक्त दर्शन करने पहुंचें ।
सतीघाट शिमधाम कोतबा में गड़वा बाजे में महादेव की निकली बारात, 10 हजार से ज्यादा भक्त दर्शन करने पहुंचें ।
गोल्डी साहू कोतबा – महाशिवरात्रि पर कोतबा में स्थित प्राचीन सतीघाट के शिव धाम में आज मेला लगा । यहां 40 गांवों के अलावा रायपुर,बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, जशपुर, अंबिकापुर, जांजगीर चांपा समेत पड़ोसी राज्य रांची, उड़ीसा से दर्शन करने 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचें। मेला समिति के द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई ।
प्रचलित मान्यता के अनुसार सतीघाट के शिव धाम में भगवान महाकाल की 3 फीट की प्राचीन शिवलिंग स्थापित है। शिवलिंग की स्थापना 1984 में किया गया है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव की स्थापना गुप्त रुप से की गई थी। इसलिए इसका नाम गुप्तेश्वर महादेव धाम पड़ गया। जहां महाशिवरात्रि पर हर साल विशाल मेला का आयोजन किया जाता है। मान्यता है कि भगवान गुप्तेश्वर महाराज के दर्शन करने से संतान की प्राप्ति व घर में सुख शांति के लिए विशेष तौर पर श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे है। यहां सबसे ज्यादा महिलाओं की भीड़ लगी रहती है। मंदिर के पुजारी पंडित सुदामा शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि पर भगवान गुप्तेश्वर महादेव की विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। इसके अनुसार शुक्रवार को सुबह 4 बजे भस्म आरती होगी। इसके बाद 5 बजे जलाभिषेक किया जाएगा। वही दोपहर 12 बजे महारुद्राभिषेक होगा। दोपहर 3 बजे रामचरित मानस व सुंदरकांड का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके बाद बाबा की बारात निकाली जाएगी। जिसमें महादेव व माता पार्वती की वेषभूषा धारण किए बच्चे श्याममंदिर से होकर सती घाट पहुंचेगी।
फूलों की होगी खेलने के बाद शाम 7 बजे सतीघाट में किया जाएगा दीपदान
नगर आगमन को लेकर पर जगह- जगह पताखो से सजाया गया। इससे कोतबा नगर शिवधाम नजर आ रहा है। पंडित धीरज शास्त्री ने बताया कि शाम 6 बजे बारातियों का स्वागत होगा। शाम 7 बजे सतीघाट में दीपदान, बाबा का भव्य श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद महाआरती होगी। साथ ही फूलों की होली खेली जाएगी। और जमकर आतिशबाजी की जाएगी। शाम 7.30 बजे श्रीराम भजन मंडली म्यजूजिकल ग्रुप के द्वारा बाबा का भजन की प्रस्तुति दी जाएगी। 8 बजे भंडारे में भक्तों को भंडारे में प्रसाद वितरण किया जाएगा। शांती व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस के जवान भी मौजूद रहेंगे। इस मौके पर रघुवर प्रसाद, प्रेमचंद गुप्ता समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण व मंदिर समिति के पदाधिकारी मोजूद थे।