Kota-Updete:-रेलवे स्टेशन से चंडी-माता चौंक तक बेजा कब्जा पर नगर-पंचायत कोटा का बुलडोजर फिर से चला आज भी चलेगा अभियान।
Kota-Updete:-रेलवे स्टेशन से चंडी-माता चौंक तक बेजा कब्जा पर नगर-पंचायत कोटा का बुलडोजर फिर से चला आज भी चलेगा अभियान।
पीडब्ल्यूडी के रिटायर कर्मचारी द्वारा पडाइन-प्रायमरी स्कूल के मेन गेट पर किया गया था कब्जा…नगर पंचायत का चला बुलडोजर।*
पडाइन-प्रायमरी स्कूल के मेन गेट पर बेजाकब्जा हटाने को लेकर वार्डवासियों ने खोला मोर्चा….कब्जाधारी पर आरोप स्कूली-बच्चो सहित स्टाफ से किया जाता है,,,दुर्व्यवहार।*
*तहसीलदार कोटा मुख्य-नगर पंचायत अधिकारी-कर्मचारी सहित पुलिस विभाग की मौजूदगी में हटा बेजा-कब्जा।*
*बेजाकब्जा हटाने के दौरान तहसीलदार व कब्जाधारियों के बीच हुई गरमा-गर्मी.जमकर हुई नेतागिरी…पर नही रुका बुलडोजर।*
*कोटा-हॉस्पिटल प्रवेश द्वार बेजा-कब्जे पर नही चला बुलडोजर…प्रशासनिक अधिकारियों का संरक्षण या किसी और का-?*
*दिनांक:-05/01/2024*
*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ़।*
*करगीरोड-कोटा:-प्रदेश में सत्ता-बदलते ही कोटा-नगर में कोटा तहसीलदार-थाना प्रभारी मुख्य नगर-पंचायत अधिकारी सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी पूरे दलबल के साथ बेलगहना रोड स्थित अवैध रूप से चल रहे चखना दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया, शाम होते होते जय स्तंभ नाका चौंक में बेजा कब्जा हटाने का कार्य के साथ बस स्टैंड मेन रोड में बेजा कब्जा हटाने का अभियान चलाए जाने के बाद नगर पंचायत कोटा का बुलडोजर एक बार पुनः से सक्रिय हो गया।*
*पीडब्ल्यूडी के रिटायर कर्मचारी ने प्रायमरी स्कूल के मेन गेट पर किया था कब्जा नगर पंचायत का चला बुलडोजर:—-
*गुरुवार 04-जनवरी को रेलवे-स्टेशन से चंडी माता चौंक तक तहसीलदार कोटा प्रांजल मिश्रा मुख्य नगर पंचायत अधिकारी एस.एस. खूंटे नगर पंचायत कोटा का पूरा अमला सहित पुलिस विभाग के उपस्थिति में भारी गहमागहमी के बीच बेजा कब्जा हटाने का अभियान चलाया गया..इस दौरान कब्जाधारियों व तहसीलदार कोटा सीएमओ कोटा के बीच काफी गरमा-गर्मी नेतागिरी भी देखने को मिली..इस दौरान पडाइन-धर्मशाला स्थित प्रायमरी-स्कूल के मेन गेट पर ताला मारते हुए सालों से शासकीय-भूमि पर कब्जा किए हुए पीडब्ल्यूडी के रिटायर कर्मचारी के खिलाफ वार्ड क्रमांक 12 के अधिकांश लोगो ने मोर्चा खोल दिया, वार्ड-वासियों ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्कूल में पढ़ने वाले छोटे बच्चों स्कूल के कर्मचारियों से भी कब्जाधारी द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है, जिसके बाद तहसीलदार कोटा सहित सीएमओ ने बुलडोजर से बेजा कब्जा हटवाने का काम शुरू कर दिया गया उसके अलावा नगर पंचायत द्वारा बनाई गई नाली के बाहर की तरफ बेजाकब्जा को भी हटाया गया..बेजाकब्जा हटाने के दौरान लोगो ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि शासकीय-नियम सभी के लिए बराबर हो रसूखदारों के लिए अलग मध्यमवर्गीय गरीब तबकों के लिए अलग से नियम न हो..इस दौरान अधिकतर नगरवासियों ने अवैध रूप से बेजा-कब्जा हटाए जाने का स्वागत भी किया।*
कोटा-हॉस्पिटल के प्रवेश द्वार पर बेजा कब्जे पर प्रशासनिक अधिकारियों की नही पड़ रही नजर:–*
*पूरे नगर में बेजा कब्जा हटाने की प्रक्रिया जोर शोर से जारी है, पर नगर पंचायत कार्यालय के बगल में ही सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के प्रवेश द्वार के बेजा कब्जे पर प्रशासनिक अधिकारियों की अब तक नजर नही पड़ रही है-?अवैध रूप से बेजा कब्जाधारी डेयरी उत्पाद सहित पान मसाला बेचने वाले संचालक के खिलाफ नगर पंचायत अधिकारी सहित हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा कार्यवाही नही किया जाना बहुत से सवालों को जन्म देता है-? इससे पूर्व बेजा कब्जाधारी डेयरी संचालक द्वारा एडीबी के सड़क निर्माण के समय मुआवजा राशि भी प्राप्त किये जाने की जानकारी प्राप्त हो रही है-?क्या डेयरी संचालक को किसी राजनीतिक दल के नेताओं का वरदान प्राप्त है-? या फिर प्रशासनिक-अधिकारियों का आशिर्वाद प्राप्त है-?नगर के छोटे दुकानदारों व कुछ जागरूक नगरवासियों ने आरोप लगाया कि बेजा कब्जा अभियान हटाने के दौरान प्रशासनिक-अधिकारियों द्वारा रसूख देखा जा रहा है-? नियम कानून केवल गरीब कमजोर तबके के लिए ही है, बड़े रसूखदारों के लिए नही, आगे देखना होगा कि बेजा कब्जा हटाने की प्रक्रिया का नियम कानून का पालन सभी के लिए लागू होता है, या फिर आरोप लगाने वाले छोटे दुकानदारो की बाते सही है, इस पूरे अभियान के दौरान हरित छत्तीसगढ़ की पैनी नजर बनी रहेगी।*