Chhattisgarh

Kota-updete:- रतनपुर-कोटा मार्ग टूटे पुल के निर्माण को लेकर…कांग्रेसीयो का 21-को चक्का-जाम कोटा-विधायक रहेंगे मौजूद

Kota-updete:- रतनपुर-कोटा मार्ग टूटे पुल के निर्माण को लेकर…कांग्रेसीयो का 21-को चक्का-जाम कोटा-विधायक रहेंगे मौजूद

कोटा-नगर की जर्जर सड़क को लेकर कब होगा प्रदर्शन…कौन करेगा प्रदर्शन…पूछते है…नगरवासी..??*

आगे नवरात्रि-दशहरा दीपावली का त्योहार… गड्ढो से भरे सड़को पर होगा…बड़े त्यौहारो का गुजरना।

 *दिनांक:-19/09/2024

MoMoमोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।

करगीरोड-कोटा:- पिछले डेढ सालो से कोटा रतनपुर मार्ग अवरूद्ध है..कारण चांपी नाला पुल के टूटने के बाद से विभागीय-मातहतो सहित शासन प्रशासन के लगातार उदासीन रवैया..? ऐसा नहीं है, की पुल टूटने के बाद से सत्तापक्ष-विपक्ष के छोटे-बड़े नेताओ मंत्रियों की आवाजाही कोटा-रतनपुर मार्ग पर नही रही..बकायदा टूटे हुए पुल की जगह पर खड़े होकर पूरा मुआयना किया जाता रहा है..विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए फोटो सेशन होता है..मीडिया में हेडलाइन भी बनती है..पर पुल निर्माण नही हो पाता है..कारण अज्ञात..?*

 *इसी कड़ी में कोटा रतनपुर-मार्ग के टूटे पुल निर्माण की मांग को लेकर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के नेतृत्व में कांग्रेसी नेताओं व उसके कार्यकर्ताओ द्वारा 21-सितंबर शनिवार को बिलासपुर रतनपुर मार्ग नेशनल हाईवे 130 पर चक्का जाम करने जा रही है.. शनिवार को होने वाले जंगी-प्रदर्शन में कोटा बेलगहना-रतनपुर के सभी संघटनो को उपस्थित रहने के लिए कहा गया है..शनिवार को होने वाले कांग्रेसीयो के प्रदर्शन का पुल-निर्माण पर कितना असर होगा ये तो शनिवार को ही पता चलेगा इसके अलावा ये भी एक बड़ा सवाल रहेगा की पुल निर्माण की मांग के बाद कांग्रेसीयो का कोटा नगर की गड्ढों से भरी सड़को से नगर वासियों को निजात दिलाने के लिए कांग्रेसी कोटा नगर की सड़को में उतरकर प्रदर्शन करेंगे या इसके लिए नगरवासियो को किसी और का इंतजार करना पड़ेगा..? किसी और से मतबल का मतलब कोटा के बुद्धिजीवी गणमान्य नागरिको से है..उन्हें स्वयं सड़को पर उतरना पड़ेगा या फिर हमेशा की तरह कोटा नगर के गणमान्य-नागरिक सहित कोटा नगर की जागरूक जनता नगरीय निकाय चुनावों के समय ही जागेगी।

*मौजूदा छत्तीसगढ़ सरकार जो की डबल इंजन की रफ्तार से आगे बढ़ने का दावा करती है बावजूद आमजनों को मिलने वाली बुनियादी सुविधाए उपलब्ध नहीं करा पा रही है..प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद आदिवासी बहुल इलाका होने के बावजूद कोटा विधानसभा में अभी भी आमजन शिक्षा स्वास्थ-सड़क-आवास पानी-बिजली जैसे बुनियादी सुविधाओं से वंचित है स्वास्थ से जुड़े मामलों में अमानक दवाइयो से टीकाकारण कोरीपारा पटैता में दो नवजात शिशुओं की मौत.? बेलगहना में गलत इलाज के कारण एक नवजात की मौत.? झोला छाप डॉक्टर के गलत इलाज से टेगनमाडा में दो नाबालिग बच्चे की मौत मलेरिया से एक बच्चे की अलग मौत.? सड़कें पूलो को हालत जर्जर.? मनी भाई को लेकर प्रधानमंत्री आवास में पात्र/अपात्र को लेकर ठेकेदारों द्वारा डीपीआर तैयार करना.? अघोषित बिजली कटौती.? पीने का साफ पानी नहीं मिलने से डायरिया जैसे गंभीर बीमारियो से आमजनो का ग्रसित होना मौत हो जाना.? शिक्षा को लेकर डीकेपी आत्मानंद स्कूल की जर्जर हालत के साथ स्कूलों में शिक्षक की कमी बच्चो की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही है..? इन सबका निदान कौन करेगा..?सरकार उनके मातहत अधिकारी जन- प्रतिनिधि या कोई और..?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!