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  • बाईक लुटने वाले आरोपियों को पत्थलगांव न्यायाधीश ने सुनाई कड़ी सजा

    बाईक लुटने वाले आरोपियों को पत्थलगांव न्यायाधीश ने सुनाई कड़ी सजा

    बाईक लुटने वाले आरोपियों को पत्थलगांव न्यायाधीश ने सुनाई कड़ी सजा

    नीरज गुप्ता संपादक
    MO NO- 9340278996,9406168350

    पत्थलगांव- ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास पत्थलगांव उमेश कुमार भागवतकर की अदालत ने 2021 में  अपने  साथियों के साथ बाईक लूट करने के आरोपियों  को दोषी करार देते हुये विभिन्न धाराओं के तहत सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने जुर्माना अदा करने का आदेश दिया। सरकार की तरफ से मामले की पैरवी कर रहे सहायक लोक अभियोजन अधिकार सौरभ समैया जैन ने बताया की प्रार्थी गोविन्द राम ने चौकी कोतबा थाना बागबहार में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि घटना दिनांक को वह अपनी मोटरसायकल क्रमांक CG 14 MN 0732 से दवाई लेकर अपने घर वापस आ रहा था, तभी सामने खड़ी बोलेरो वाहन से उतरकर आरोपी विनय चौहान उसे हाथ देकर रोका और उसकी मोटरसायकल को लात से मारा। उसके बाद एक अन्य व्यक्ति उक्त वाहन से उतरकर उसे थप्पड़ से मारा तथा एक अन्य व्यक्ति डण्डा लेकर मारने के लिए उसे दौड़ाने लगा, जिससे डरकर वह दूर भाग गया। तब आरोपीगण उसकी मोटरसायकल को लूट कर भाग गये।रिपोर्ट के आधार पर आरोपीगण के विरूद्ध थाना बागबहार में अपराध क्रमांक 65/2021 पंजीबद्ध कर प्रकरण विवेचना शुरू कर सभी साक्ष्यों को संकलन करके विनय चौहान सहित अन्य आरोपी गण के विरुद्ध आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया।

    तब से मामला न्यायालय में विचाराधीन था ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास पत्थलगांव उमेश कुमार भागवतकर ने उपलब्ध साक्ष्यों का अवलोकन कर अभियुक्तों को दोषी मानते हुवे अभियुक्त विनय चौहान को धारा 392/34 में 11 माह 13 दिवस का कारावास एव अर्थदंड तीन सौ रूपये,धारा 394/34 अर्थदंड तीन सौ रूपये,जगतारण पैंकरा को धारा 392/34 01 वर्ष 08 माह 18 दिवस का कारावास एव अर्थदंड तीन सौ रूपये,धारा 394/34 में अर्थदंड तीन सौ रूपये की सजा सुनाई है बता दे की इस मामले में एक अन्य आरोपी वेदलाल सिदार घोघरा कोतबा निवासी आज तक फरार है जिसका स्थायी वारंट निकलकर पुलिस लगातार उसकी पतासाजी कर रही हैneeraj,harit, ad neera

  • आप ही हैं अपने मददगार – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)  खुद में वो बदलाव लाएं जिसकी अपेक्षा आप दूसरों से कर रहे हैं….

    आप ही हैं अपने मददगार – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार) खुद में वो बदलाव लाएं जिसकी अपेक्षा आप दूसरों से कर रहे हैं….

    आप ही हैं अपने मददगार
    – अतुल मलिकराम (लेखक और राजनीतिक रणनीतिकार)

    खुद में वो बदलाव लाएं जिसकी अपेक्षा आप दूसरों से कर रहे हैं….

    जीवन एक ऐसी अनोखी पाठशाला है, जहाँ हर दिन कुछ नया सीखने का अवसर मिलता है। ये पाठशाला एक आम पाठशाला की तरह ही समय-समय पर परीक्षाएं लेती है। आपकी मेहनत के अनुसार ही आपको अच्छे या बुरे परिणाम देती है। एक सामान्य पाठशाला में अपनी पढ़ाई के सफ़र में आपको कई लोग मिलते है, जो आपकी शैक्षणिक यात्रा में आपके साथी बनते हैं। कभी कोई सवाल समझ नहीं आया तो शिक्षक से पूछ लिया, परीक्षा में पास होना था तो दोस्तों की मदद ले ली, इस तरह साथियों और शिक्षकों की मदद से शैक्षणिक यात्रा तो हंसी-ख़ुशी तय हो जाती है। लेकिन जिंदगी की पाठशाला के नियम यहाँ थोड़े अलग हैं, क्योंकि इस यात्रा में आपके साथी केवल आप ही हैं…..।
    अब इस बात से क्या मतलब, मतलब ये कि जीवन में केवल आपके लिए गये निर्णय और अपने लिए की गई मेहनत ही आपको सफल या असफल बना सकते हैं। इसलिए दुनिया में एक आप ही हैं, जो अपने आपको ऊपर उठा सकते हैं।
    इंसान एक सामाजिक प्राणी है और बचपन से ही हम अपने हर काम के लिए किसी न किसी पर निर्भर रहते हैं। बचपन में माता-पिता, थोडा बड़े होने पर शिक्षक और दोस्त, और फिर जीवनसाथी इसके अलावा हमारे जीवन में अस्थाई रूप से आए और भी कई लोगों पर हम किसी न किसी तरह निर्भर रहते हैं। यह निर्भरता हमें मानसिक रूप से इतना लाचार बना देती है कि जब बात अपनी सफलता और उन्नति की आती है। तब भी हम जाने अनजाने में ही सही हमारे आस-पास के लोगों और परिस्थितियों पर निर्भर होने लगते हैं और अपनी असफलता के लिए भी दूसरों को दोष देने लगते हैं। इसकी शुरुआत बचपन से ही हो जाती है; परीक्षा में नंबर कम आए तो टीचर ने अच्छा नहीं पढ़ाया, नौकरी नहीं लगी तो दोष कॉलेज का था, और जहाँ किसी को दोष नहीं दिया जा सकता वहाँ किस्मत ही ख़राब है। इस संकीर्ण विचारधारा का ये असर होता है कि व्यक्ति मन से इतना उदासीन हो जाता है कि उसमें अपने लिए भी कुछ करने की प्रेरणा नहीं रहती।
    इसके चलते असफलता, निराशा हाथ लगती है और फिर हम अपने अलावा सभी को दोष देने लगते हैं। लेकिन हमेशा, क्या सारा दोष परिस्थितियों और दूसरों का ही होता है…। जरा विचार कीजिये…। क्या व्यक्ति अपनी किसी भी परिस्थिति का स्वयं जिम्मेदार नहीं…। आप स्वयं का आकलन कीजिये, जीवन में कभी न कभी ये आपने भी किया होगा। दूसरों के सर दोष मढ़ने से आपने उस समय तो परिस्थिति संभाल ली। लेकिन आप ही विचार कीजिये यह तसल्ली आपने दूसरों को दी या स्वयं को दी। क्या इससे किसी और का कुछ भला-बुरा हुआ..? नहीं.., इसमें बस आपने अपना ही नुकसान किया। अपने मन को एक बहाना दे दिया और फिर उसी बने बनाए ढर्रे पर चल पड़े…।
    यही कारण है कि आज सफल लोगों की संख्या कम है। क्योंकि हम अपने लिए काम नहीं करना चाहते। जीवन में अगर सफल होना है तो वो केवल आप ही है जो स्वयं को की मदद कर सकते हैं। निरंतर स्वयं पर काम करके ही खुद को सफल बनाया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले जरूरी है कि अपनी हर परिस्थिति की जिम्मेदारी स्वयं लीजिये, अपना आकलन कीजिये और अपनी कमी को पहचानकर उसे अपनी खूबी बनाने के लिए जुट जाइये। चाहे वो कमी बड़ी हो या छोटी उस पर काम कीजिये। निरंतर खुद पर काम करके ही आप आगे बढ़ सकते हैं। याद रखिये जब तक आप खुद के बारे में गंभीर नहीं होंगे। तब तक कोई भी आपकी मदद नहीं कर सकता चाहे कोई आपका कितना भी बड़ा शुभचिंतक क्यों न हो।
    ये केवल कहने कि बातें नहीं है बल्कि इतिहास में ऐसे कई महान लोग हुए हैं, जिन्होंने अपनी कमियों पर काम करके और अपनी परिस्थितियों से लड़कर स्वयं को सफल बनाया है। इसकी प्रेरणा आप भारत के मिसाइल मैन और पूर्व राष्ट्रपति, अब्दुल कलाम के जीवन से ले सकते हैं। इसकी ही तरह अन्य महान लोग, जो जीवन में सफल हुए हैं ये भी आपकी और मेरी तरह ही साधारण लोग ही है। इनमें और अन्य लोगों में बस अंतर इतना सा है कि ये लोग अपने लिए सजग रहे, इन्होने स्वयं को बेहतर बनाने और अपनी कमियों पर विजय पाने के लिए प्रयास किये और सफल हुए। ये कोई कठिन कम नहीं बस कमी है दृढ़ निश्चय की, ठान लेने कि की मैं अपनी राह खुद बनाऊंगा, और मैं खुद का साथ कभी नहीं छोड़ूंगा। “

  • सकरा पुलिया फिर बना हादसा का कारण , रायगढ़ से गया जा रही बस पलटी

    सकरा पुलिया फिर बना हादसा का कारण , रायगढ़ से गया जा रही बस पलटी

    सकरा पुलिया फिर बना हादसा का कारण , रायगढ़ से गया जा रही बस पलटी

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    कोतबा – चौकी कोतबा क्षेत्र अंतर्गत गुरुवार की देर रात 2 बजे फिटिंग पारा में एक बस पलटी हो गई । स्थानीय लोगो द्वारा बताया जा रहा है कि 2 बजे प्रियदर्शी वासुदेव बस रायगढ़ से गया जा रही थी । उसी समय फिटिंग पारा स्थित सकरा पुलिया के मध्य सामने की ओर से तेज रफ्तार ट्रक आ रही थी जिससे कि पुलिया सकरा होने से बस को साईड नही मिला जिससे कि बस नीचे खेत मे जा कर पलटी हो गई गनीमत यह रही कि किसी भी यात्री को गभीर चोटे नही आई ।। लोगों ने पुलिया को चौड़ा कर रेलिंग बनाने की मांग की है। बता दे कि इस सकरे पुलिए की वजह से वाहन और बाइक सवार राहगीर आए दिन गिरकर चोटिल होते हैं। यह पुलिया जानलेवा साबित हो रही है। इस पुलिया के निर्माण के लिए जिम्मेदारों से कई बार अवगत कराया जा चुका है। फिर भी जिम्मेदार बेखबर बने हुए हैं।neeraj,harit,ad

  • Kota-Updete:-कोटा प्रेस क्लब ने श्रद्धांजलि देते हुए प्रदेश के मुखिया से मुकेश-चंद्रकार को शहीद का दर्जा देने की मांग की।

    Kota-Updete:-कोटा प्रेस क्लब ने श्रद्धांजलि देते हुए प्रदेश के मुखिया से मुकेश-चंद्रकार को शहीद का दर्जा देने की मांग की।

    *Kota-Updete:-कोटा प्रेस क्लब ने श्रद्धांजलि देते हुए प्रदेश के मुखिया से मुकेश-चंद्रकार को शहीद का दर्जा देने की मांग की।

    *प्रेस क्लब भवन से पैदल मार्च करते हुए एसडीएम कार्यालय में तहसीलदार कोटा को सौंपा ज्ञापन।

    *आरोपियों को फांसी देने परिजनों को आर्थिक सहायता राशि देने सहित पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग।

    *दिनांक:-07/01/2025*

    *मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।

    *करगीरोड-कोटा:-देश प्रदेश के राष्ट्रीय चैनलों में अपनी पत्रकरिता का लोहा मनवाने वाले बस्तर बीजापुर के युवा जांबाज निर्भीक-पत्रकार मुकेश चंद्रकार की निर्मम-हत्या के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित पूरे देश के पत्रकारो में काफी आक्रोश है..सिस्टम और पूंजीपति-ठेकेदारों के गठजोड़ ने करोड़ों रूपए का भ्रष्टाचार उजागर करने वाले बस्तर-बीजापुर जैसे नक्सली इलाके में ग्राउंड रिपोर्ट करने वाले एक बेहतरीन युवा-पत्रकार को मौत की नींद सुला दिया मुकेश चंद्रकार की निर्मम हत्या की मुख्य वजह यही रही कि उसने मौजूदा सिस्टम और उसके मातहतों को आईना दिखाने का काम किया।*

    *बस्तर-जंक्शन यूट्यूब चैनल के जरिए नक्सली इलाकों में बेखौफ होकर बस्तर के बुनियादी-मुद्दों शिक्षा सड़क-स्वास्थ की बात करने वाले युवा पत्रकार की मौत ने पूरे पत्रकारिता जगत को अंदर तक झकझोर दिया है, मौजूदा दौर में पत्रकारिता करना कलमकारों के लिए मौत का कुआं बनते जा रहा है..?जहा पर सिस्टम और उसके पालतू गुर्गे कलम की नीली स्याही को खूनी लाल रंग में तब्दील कर खून की होली खेल रहे है..?एक युवा कलमकार की शहादत ने भविष्य के युवा कलमकारों व पत्रकारिता जगत के लिए एक बड़ी लकीर खींच दी है।*

    *श्रद्धांजलि-अर्पित के बाद पैदल मार्च करते हुए तहसीलदार कोटा को ज्ञापन सौंपा:—

    *युवा पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हुई निर्मम हत्या के बाद से पूरे प्रदेश के पत्रकारों पत्रकार संगठनों के द्वारा अपने अपने इलाके में श्रद्धांजली अर्पित करने के साथ साथ हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है..इसी कड़ी में सोमवार 06- जनवरी को कोटा प्रेस क्लब के पदाधिकारियों सहित सदस्यों ने प्रेस-क्लब भवन में श्रद्धा-सुमन अर्पित करने के बाद मृतात्मा की शांति के लिए मौनधारण करते हुए अपनी बातें रखी..श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद प्रेस क्लब भवन से पैदल मार्च करते हुए एसडीएम कोटा को प्रदेश के महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपा गया.. टीएल की बैठक में एसडीएम-कोटा की उपस्थिति के वजह से तहसीलदार कोटा अश्वनी कंवर ने ज्ञापन स्वीकार किया।*

    शहीद का दर्जा देने सहित आर्थिक सहायता राशि देने की मांग:—

    *कोटा प्रेस क्लब के पत्रकारों ने प्रदेश के राज्यपाल व मुख्यमंत्री जी ज्ञापन के माध्यम से मुकेश चंद्रकार के हत्यारों को फांसी देने की मांग करते हुए पूरे मामले की एसआईटी जांच कराए जाने फास्ट-ट्रैक-कोर्ट में ट्रायल चलाने की मांग सहित मुकेश चंद्रकार को शहीद दर्जा देते हुए उनके परिजनों को आर्थिक मुआवजा देने सहित प्रदेश में त्वरित रूप से पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की गई है..कोटा प्रेस क्लब के पदाधिकारियों व सदस्यों ने एक सुर में कहा कि मुकेश चंद्रकार के सभी आरोपियों की फांसी के फंदे तक पहुंचने तक पूरी लड़ाई जारी रहेगी।

    *इस दौरान कोटा प्रेस क्लब के वर्तमान अध्यक्ष सूरज गुप्ता, कोटा प्रेस क्लब सचिव मोहम्मद जावेद खान प्रेस क्लब के संरक्षक संजीव शुक्ला,आर.डी. गुप्ता, प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष, अंकित सोनी, रामनरायण यादव, प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष विकास तिवारी,सदस्यों में सूचित मरावी, प्रमेन्द्र मानिकपुरी सहित कोटा में स्वतंत्र पत्रकार के रूप में पत्रकारिता करने वाले रज्जब खान मौजूद रहे।

     

     

  • अभाविप के विभाग संयोजक गुलशन पांडेय व जिला संयोजक बने राहुल पटेल

    अभाविप के विभाग संयोजक गुलशन पांडेय व जिला संयोजक बने राहुल पटेल

    अभाविप के विभाग संयोजक गुलशन पांडेय व जिला संयोजक बने राहुल पटेल
    अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छत्तीसगढ़ प्रदेश का 57वा प्रदेश अधिवेशन 3 से 5 जनवरी आचार्य श्री विद्यासागर नगर राजनांदगांव में आयोजित हुआ जिसमें पूरे प्रदेश भर से हजारों के संख्या में अभाविप के कार्यकर्ता उपस्थित रहे इस 57वे प्रदेश अधिवेशन में गुलशन पांडेय को सरगुजा विभाग का पुनः विभाग संयोजक का महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया और राहुल पटेल को जशपुर जिले का जिला संयोजक बनाया गया आदित्य मिश्रा व भूपेंद्र पांडेय को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया।neeraj,harit,

  • अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त,तहसीलदार प्राजंल मिश्रा ने नप में संभाला प्रशासक की कमान

    अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त,तहसीलदार प्राजंल मिश्रा ने नप में संभाला प्रशासक की कमान

    अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त,तहसीलदार प्राजंल मिश्रा ने नप में संभाला प्रशासक की कमान

    नीरज गुप्ता संपादक
    MO NO- 9340278996,9406168350

    पत्थलगांव। नगर पंचायत में जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए तहसीलदार प्राजंल मिश्रा ने नगर पंचायत प्रशासक का प्रभार ग्रहण किया है। अब ये होगा कि जनप्रतिनिधि किसी भी मामले में नगर पंचायत से जुड़े फैसले नहीं कर पाएंगे। यह जिम्मा अब प्रशासक के पास होगा।प्रभार ग्रहण करने के दौरान 

    पत्थलगांव एसडीओपी डॉक्टर धुर्वेश जायसवाल थाना प्रभारी विनीत पांडेय समेत अन्य शासकीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।इस मौके पर तहसीलदार एवं नगर पंचायत प्रशासक प्राजंल मिश्रा ने कहा कि नगर पंचायत के सभी प्रशासनिक कार्य बिना किसी रुकावट के सुचारू रूप से जारी रहेंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सीएमओ जावेद के साथ मिलकर मुलभुत सुविधाओ के लिये आने वापिस समस्यायों का त्वरित निराकरण किया जायेगा।

    नीरज गुप्ता संपादक
    MO NO- 9340278996,9406168350

    इस बार मेयर चुनाव होगा डायरेक्ट

    नगरीय निकाय चुनावों में अब मेयर और अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से होगा। यानी पार्षद के साथ ही मेयर और अध्यक्ष के लिए भी जनता ही वोट करेगी। साय कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया था। 2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद नियम बदला गया था।बता दे कि नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए खर्च की सीमा 6 लाख रुपए है। छत्तीसगढ़ राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित कर दी गई है।

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  • कोरियर ऑफिस में चोरों का धावा,शटर का ताला तोड़ा 

    कोरियर ऑफिस में चोरों का धावा,शटर का ताला तोड़ा 

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    नीरज गुप्ता संपादक
    MO NO- 9340278996,9406168350

    पत्थलगांव। पत्थलगांव जशपुर मुख्य मार्ग पर स्थित ecom एक्सप्रेस कोरियर कार्यालय शटर तोड़कर चोरों ने वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया है। मंगलवार की सुबह जब कंपनी के सुपरवाइजर कार्यालय पहुंचे तो उन्हें शटर काफी क्षतिग्रस्त दिखा, शटर को चोरों ने काफी नुकसान पहुंचा है फिलहाल अंदर से कितना सामान की चोरी हुई है इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। neeraj,harit,

  • समन्वय से ट्रांसफर पर शिक्षक संघ ने जताई कड़ी आपत्ति….   खुली स्थानांतरण नीति जारी करने एवं जरूरतमंद सभी शिक्षकों के ट्रांसफर आदेश जारी करने की मांग….

    समन्वय से ट्रांसफर पर शिक्षक संघ ने जताई कड़ी आपत्ति….  खुली स्थानांतरण नीति जारी करने एवं जरूरतमंद सभी शिक्षकों के ट्रांसफर आदेश जारी करने की मांग….

    समन्वय से ट्रांसफर पर शिक्षक संघ ने जताई कड़ी आपत्ति….

    खुली स्थानांतरण नीति जारी करने एवं जरूरतमंद सभी शिक्षकों के ट्रांसफर आदेश जारी करने की मांग….

    रायपुर //-

    राज्य सरकार ने ट्रांसफर पर विगत दो वर्षों से बैन लगाया हुआ है, जिसके कारण एक ओर जहां ट्रांसफर चाहने वाले किसी भी शिक्षकों का स्थानांतरण नहीं हो रहा है।

    अनेक शिक्षकों ने मंत्रीयो, अधिकारियों आदि के पास स्थानांतरण के लिए आवेदन लगाए हुए हैं, परंतु उनका स्थानांतरण नहीं हो रहा है। वहीं दूसरी ओर यह देखने को मिल रहा है कि मुख्यमंत्री के समन्वय पर बीच-बीच में लगातार कई बार शिक्षकों का ट्रांसफर आदेश जारी हो रहा है।

    इसका मतलब साफ जाहिर है कि पिछले दरवाजे से ट्रांसफर की प्रक्रिया चल रही है। कुछ लोग जो पावरफुल एवं एप्रोच वाले हैं, वे लोग एप्रोच लगाकर, अधिकारियों एवं नेताओं तक पहुंच लगाकर मुख्यमंत्री के समन्वय के नाम पर ट्रांसफर आदेश जारी करवा रहे हैं।

    जबकि पति पत्नी एवं गंभीर रूप से बीमार व वर्षों से घर परिवार से दूर बस्तर अंचल में पदस्थ शिक्षक साथी ट्रांसफर की बाट जोह रहे हैं उनका ट्रांसफर नहीं किया जा रहा है।

    उक्त मामले में कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक मंच एवं शिक्षक एलबी संवर्ग संघ के प्रांत अध्यक्ष जाकेश साहू, महेश्वर कोटपरहिया एवं परसराम निषाद सहित सभी प्रदेश पदाधिकारियों ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए राज्य सरकार से मांग की है कि इस प्रकार से समन्वय में होने वाले ट्रांसफर को तत्काल बंद किया जाए।

    तथा प्रदेश में एक खुली स्थानांतरण नीति जारी की जाए। जिसके अंतर्गत स्थानांतरण चाहने वाले शिक्षकों का स्थानांतरण आदेश जारी हो। अन्यथा प्रदेश के सभी स्कूलों में तालेबंदी कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

    “छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक मंच” के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष परस राम निषाद, जिलाध्यक्षद्वय पुरुषोत्तम शर्मा, परमेश्वर साहू, महेश्वर कोटपरहिया, महेंद्र टंडन, बरत राम रत्नाकर, निर्मल भट्टाचार्य, धन्नू साहू, उत्तम कुमार जोशी, एवं प्रदेश, जिला व ब्लाक पदाधिकारीगण उज्जवल चंद्रा अभिमन्यु बघेल, रंजिता बरेठ, राजूकुमार संवरा, मयाराम सतरंज, ईशा नायक, राधेश्याम चंद्रा, यशवंती, धीवर, मनीराम केंवट ….

    ….. सुन्दर साहू, पुष्पेन्द्र बनाफर, नरेशचंद्रा, दादूलाल चंद्रा, मुकेश नायक, धर्मेंद्र रजक, गुणक चौधरी, रंजीत गुप्ता, सगुन तिवारी, गणपत राव, राधेश्याम धीवर, राजेश पाठक, अजित नेताम, विजेंद्र पाठक, श्याम केंवट, सुजाता त्रिपाठी, अजय भट्ट, कुमार पाठक, त्रिवेणी राजपूत, नामदेव सिंह आदि ने मुख्यमंत्री के समन्वय से होने वाले समस्त स्थानांतरण आदेशों को रद्द करते हुए खुली स्थानांतरण नीति बनाकर जरूरतमंद समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं का प्राथमिकता के साथ ट्रांसफर आदेश जारी करने की मांग की है।

  • चौकी कोतबा क्षेत्र के मरघट्टी गोड़ा जंगल से होकर ओड़िसा की ओर गौ-तस्करी कर रहे 02 आरोपियों को दबोचा गया, गौ-तस्करों से कुल 06 नग गौ-वंश जप्त

    चौकी कोतबा क्षेत्र के मरघट्टी गोड़ा जंगल से होकर ओड़िसा की ओर गौ-तस्करी कर रहे 02 आरोपियों को दबोचा गया, गौ-तस्करों से कुल 06 नग गौ-वंश जप्त

    *चौकी कोतबा क्षेत्र के मरघट्टी गोड़ा जंगल से होकर ओड़िसा की ओर गौ-तस्करी कर रहे 02 आरोपियों को दबोचा गया, गौ-तस्करों से कुल 06 नग गौ-वंश जप्त,*

    *⏺️ थाना दुलदुला एवं चौकी कोतबा में आरोपियों के विरूद्ध अलग-अलग छ.ग. कृषि पशु परि.अधि. 2004 की धारा 4, 6, 10 एवं पशु क्रूरता अधि. की धारा 11 का अपराध पंजीबद्ध,*

    *⏺️ गौ-तस्करी में जप्त वाहन की राजसात की जायेगी, वाहन मालिक भी बनेंगें सहआरोपी,*

     

    कोतबा गौ-तस्करी के गिरफ्तार आरोपीगण:-

    1. चूणामणी यादव उम्र 50 साल निवासी घोघरा चौकी कोतबा।

    2. अवल साय मिंज उम्र 45 साल निवासी मुड़ापारा चौकी कोतबा। 

      

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                             ➡️मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि बीती रात्रि 03 बजे जशपुर पुलिस को विष्वस्त मुखबीर से सूचना मिली कि पीकअप वाहन में कुछ गौ तस्कर लोराघाटी के रास्ते गौ-वंश की तस्करी करते हुये झारखंड की ओर ले जा रहे हैं, इस सूचना पर निरीक्षक हर्षवर्धन चैरासे के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर घेराबंदी एवं आगामी कार्यवाही हेतु रवाना किया गया, पुलिस की एक टीम लोरो घाटी में तगड़ा बेरिकेड लगाकर वाहन का इंतजार किया जा रहा था, इसी दौरान मुखबीर के बतायेनुसार उक्त पीकअप वाहन जे.एच. 01 एफ.पी. 7910 लोरो घाटी में आई जिसे पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया, परंतु पुलिस एवं तगड़ा बेरिकेटिंग को देखकर वह अपने वाहन को रिवर्स में लेकर पुलिस के वाहन को क्षतिग्रस्त करते हुये वापस जाने लगा, इस पर पुलिस टीम द्वारा उसका लगभग 30 किलोमीटर तक पीछा किया गया एवं इस दौरान अज्ञात तस्कर ग्राम झारखंड की सीमावर्ती ग्राम काटासारू के पास रास्ते में अपने वाहन से नियंत्रण खो दिया एवं जंगल में एक्सीडेंट कर भाग गया। पुलिस द्वारा उक्त वाहन की तलाशी लेने पर 12 नग गौ-वंश सकुशल बरामद किया गया। प्रकरण के तस्कर फरार हैं, उनका चिन्हांकित कर लिया गया है, शीघ्र ही वे पुलिस की गिरफ्त में होंगें। इस मामले में थाना दुलदुला में पशु क्रुरता का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। उक्त कार्यवाही में निरीक्षक हर्षवर्धन चैरासे, निरीक्षक कृष्ण कुमार साहू, आर. 499 हरिश केंवट एवं अन्य स्टाॅफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

                       ➡️इसी प्रकार आज प्रातः में मुखबीर से चैकी कोतबा क्षेत्र के मरघट्टी गोड़ा जंगल से होकर ओड़िसा की ओर गौ-तस्करी करने की सूचना मिलने पर तत्काल चैकी कोतबा से पुलिस टीम द्वारा मौके पर जाकर घेराबंदी किया गया, टीम द्वारा दबिश देकर गौ-तस्करी कर रहे चूणामणी यादवं एवं अवल साय मिंज को अभिरक्षा में लेकर उनसे कुल 06 नग गौ-वंश जप्त किया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने उक्त गौ-वंश को ओड़िसा की ओर तस्करी करना बताया गया है। आरोपियों के विरूद्ध चौकी कोतबा में पशु क्रुरता का अपराध पंजीबद्ध कर उन्हें दिनांक 06.01.2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। उक्त कार्यवाही में चौकी प्रभारी कोतबा उप निरीक्षक राकेश यादव, प्र.आर. 386 संजय लकड़ा, आर. 58 उपेन्द्र सिंह, आर. 235 बूटा सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 

                                      ➡️पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह द्वारा कहा गया है कि – “पिछले साल की तरह इस साल भी जशपुर पुलिस का “ऑपरेशन शंखनाद” जारी रहेगा, छत्तीसगढ़ से होकर झारखंड एवं ओड़िसा की ओर गौ-तस्करी करने वालों के उपर जशपुर पुलिस की कड़ी नजर हैं।”neeraj,harit,

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  • वेदांता एल्युमीनियम ने एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में हासिल की दूसरी रैंक

    वेदांता एल्युमीनियम ने एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में हासिल की दूसरी रैंक

    वेदांता एल्युमीनियम ने एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में हासिल की दूसरी रैंक

    उच्च ईएसजी मानकों के लिए मान्यता के साथ ही वर्ष 2050 तक पहले नेट जीरो कार्बन प्राप्त करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि

    रायपुर, जनवरी 2025: भारत के सबसे बड़े एल्युमीनियम उत्पादक, वेदांता एल्युमीनियम को सतत विकास के अपने उत्कृष्ट प्रयासों के लिए पहचान मिली है, और इसने ग्लोबल एल्युमीनियम सेक्टर में एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) में दूसरी रैंक हासिल की है। 77 के कुल स्कोर के साथ, यह उपलब्धि मजबूत पर्यावरणीय, सामाजिक और शासन (ईएसजी) मानकों पर आधारित है, जो कि सतत विकास के प्रति कंपनी की निरंतर प्रतिबद्धता का एक महत्वपूर्ण प्रमाण है। वेदांता एल्युमीनियम लगातार चौथे साल इस रैंकिंग में वैश्विक स्तर पर शीर्ष कंपनियों में शामिल है। यह बात इस उपलब्धि को और भी खास बना देती है।

    एसएंडपी ग्लोबल सीएसए एक बहुत ही प्रतिष्ठित वैश्विक बेंचमार्क है, जो कंपनियों के प्रदर्शन को आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक मानकों के आधार पर ट्रैक करता है। एसएंडपी ग्लोबल ईएसजी स्कोर यह मापता है कि एक कंपनी ईएसजी जोखिमों, अवसरों और प्रभावों को कैसे प्रबंधित करती है, और इसका आकलन कंपनी के खुलासों, मीडिया और स्टेकहोल्डर विश्लेषण, मॉडलिंग दृष्टिकोणों, और एसएंडपी ग्लोबल सीएसए के माध्यम से कंपनी के गहन जुड़ाव के आधार पर किया जाता है।

    इस उपलब्धि के बारे में बात करते हुए, प्रिया अग्रवाल हेब्बर, वेदांता लिमिटेड की नॉन-एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और हिंदुस्तान ज़िंक लिमिटेड की चेयरपर्सन, ने कहा, “यह मान्यता वेदांता एल्युमीनियम के लिए अत्यधिक गर्व का क्षण है। एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में विश्व स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त करना न सिर्फ सतत विकास के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि हमारी टीमों के जुनून और कठिन परिश्रम को भी प्रकट करता है, जो हर दिन एक सार्थक बदलाव लाने की कोशिश करती हैं। वेदांता एल्युमीनियम में, हम मानते हैं कि सतत विकास का मतलब है, पृथ्वी, हमारे समुदायों और हमारे साझा भविष्य के लिए दीर्घकालिक मूल्य स्थापित करना। यह उपलब्धि हमारे नेट जीरो कार्बन तक पहुँचने की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है और हमें जिम्मेदार और अभिनव प्रथाओं में नए मानक स्थापित करने के लिए प्रेरित करती है। साथ मिलकर, हम एक हरित और अधिक स्थायी भविष्य को आकार दे रहे हैं।”

    सुनील गुप्ता, सीओओ, वेदांता एल्युमीनियम, ने कहा, “हमें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमें सतत विकास के क्षेत्र में नेतृत्वकर्ता के रूप में मान्यता मिली है और एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में हमें दूसरा स्थान मिला है। यह उपलब्धि हमारे इस संकल्प को दर्शाती है कि हम अपने हर काम में पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक सिद्धांतों को पूरी तरह से अपनाते हैं। हम वर्ष 2050 तक नेट ज़ीरो का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और हमारा ध्यान हमेशा लंबी अवधि में सतत विकास, नवाचार, परिचालन उत्कृष्टता और जिम्मेदार प्रथाओं पर रहेगा, ताकि हम सभी के लिए एक बेहतर और टिकाऊ भविष्य बना सकें।”

    वित्त वर्ष 2021 में, अपनी ईएसजी यात्रा की शुरुआत करने के बाद से, वेदांता एल्युमीनियम ने वर्ष 2050 तक या उससे पहले नेट ज़ीरो कार्बन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सतत विकास की दिशा में कंपनी की निरंतर प्रगति और ईएसजी प्रथाओं को अपने संचालन में लागू करने की प्रतिबद्धता ने इसे इस दिशा में बहुत सफलता दिलाई है। हाल ही में, किए गए कुछ प्रमुख विकास इस प्रकार हैं:

    वित्त वर्ष 2021 के मुकाबले ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन में 10.16% की कमी हासिल की

    पीडब्ल्यूसी इंडिया के साथ मिलकर उड़ीसा में जैव विविधता और कार्बन उत्सर्जन घटाने के लिए प्रभावी प्रयास किए

    मेटल शिपमेंट्स की गुणवत्ता और अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए एलएमई पासपोर्ट प्लेटफॉर्म से डिजिटल रूप से जुड़ा पहला भारतीय एल्युमीनियम स्मेल्टर बनाया गया

    वित्त वर्ष 2024 के दौरान अपने सभी परिचालनों में 15 अरब लीटर पानी का पुनर्चक्रण किया

    अपनी रिफाइनरी में हर दिन 20 टन बायोमास ब्रीकेट्स का उपयोग किया, जिससे हर वर्ष 10,000 टन कार्बन डाईऑक्साइड समकक्ष ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में मदद मिली

    वेदांता एल्युमीनियम अपने ‘नेट जीरो’ लक्ष्य को पाने के लिए दो-स्तरीय रणनीति पर काम कर रहा है। पहला, अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करना और दूसरा, इसे संतुलित करना। उत्सर्जन कम करने के लिए कंपनी अपनी ऊर्जा में नवीकरणीय स्रोतों का हिस्सा बढ़ा रही है, मैन्युफैक्चरिंग में नई तकनीकों का उपयोग कर परिचालन क्षमता बढ़ा रही है और बायोफ्यूल जैसे लो-कार्बन एनर्जी स्रोतों का इस्तेमाल शुरू कर रही है। साथ ही, कंपनी अपने बाकी कार्बन उत्सर्जन को संतुलित करने के लिए बड़े पैमाने पर कार्बन सिंक तैयार कर रही है। एल्युमीनियम को स्थायी समाधान के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह उद्योगों को उनके कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और स्वच्छ ऊर्जा में बदलाव करने में मदद करता है। वेदांता एल्युमीनियम दुनियाभर में उच्च गुणवत्ता वाले, जिम्मेदारी से तैयार एल्युमीनियम को अधिक सुलभ बना रहा है और हरित व सतत भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।

    वेदांता एल्युमीनियम, वेदांता लिमिटेड का हिस्सा है और भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है। वित्त वर्ष 2024 में, कंपनी ने भारत के कुल एल्युमीनियम उत्पादन का आधे से ज्यादा, यानी 2.37 मिलियन टन का उत्पादन किया। यह कंपनी एडवांस्ड एल्युमीनियम प्रोडक्ट्स में भी अग्रणी है, जो प्रमुख उद्योगों में जरूरी भूमिका निभाते हैं। भारत में कंपनी विश्व स्तरीय एल्युमीनियम स्मेल्टर्स, एल्युमिना रिफाइनरी और पॉवर प्लांट्स से लैस है। अपनी ‘भविष्य की धातु’ यानी एल्युमीनियम के नवाचारों को बढ़ावा देने के मिशन के साथ, वेदांता एल्युमीनियम एक हरित कल के निर्माण में योगदान दे रहा है।neeraj,harit,

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