Kota-Updete:–कोटा नगर पंचायत चुनाव 2025–“बीजेपी की सुनामी के बीच कांग्रेस के तीन त्रिदेव जीते।-
बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बीच हार का ग़म हाईप्रोफाइल वार्ड के तीनों बीजेपी दिग्गज चुनाव हारे।
निर्दलीय-उम्मीदवारो ने वार्ड-क्रमांक 04/06/10/ 14 में कांग्रेस का पूरा समीकरण बिगाड़ा..वार्ड नंबर 07 ने चौंकाया।
बीजेपी अध्यक्ष सहित वार्ड पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह…सहित कौन बनेगा नगर पंचायत उपाध्यक्ष की चर्चा की हलचल।

दिनांक:-14/02/2025
मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ✒️।।
करगीरोड-कोटा:-नगर पंचायत चुनाव कोटा 2025:–आखिरकार कोटा नगर पंचायत अध्यक्ष का ताज बीजेपी की श्रीमती सरोज दुर्गेश साहू के सर सजा…बीजेपी की सरोज दुर्गेश साहू ने कांग्रेस की मीनू प्रकाश जायसवाल को करीब 3356 मतों से हरा दिया..श्रीमती सरोज दुर्गेश साहू के साथ साथ 05- महिला पार्षद व 07- पुरुष पार्षद मिलाकर बीजेपी के कुल 12-वार्ड पार्षद कांग्रेस के उम्मीदवार को हराकर कोटा नगर पंचायत परिषद पहुंच गए वही पिछली बार की तुलना में इस बार कांग्रेस के 02-पार्षद और कम हो गए मौजूदा नगर पंचायत चुनाव में कांग्रेस के 03 प्रत्याशी ही जीत पाए अध्यक्ष पद सहित 12- वार्डो में कांग्रेस को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा।
“हे प्रभु हे हरि-राम या क्या हुआ”:—-

बीजेपी की भारी भरकम जीत के बाद भी बीजेपी के 03-वार्ड 08/11/13 के दिग्गज प्रत्याशी चुनाव हार गए बीजेपी के कई बार के पार्षद व नगर पंचायत उपाध्यक्ष रह चुके बीजेपी के अजेय योद्धा कहे जाने वाले अजय-अग्रवाल के सुपुत्र शुभम अग्रवाल चुनाव हार गए..?चूंकि ये चुनाव अजय अग्रवाल के सुपुत्र ने लड़ा था..पर इस चुनाव का पूरा दारोमदार बीजेपी के कद्दावर नेता अजय अग्रवाल ने अपने कांधे पर उठा रखा था..कड़े मुकाबले के बीच कांग्रेस के तेजतर्रार कार्यकर्ता व नेता जब्बार खान ने बीजेपी के शुभम अग्रवाल को 29 वोटो से हराकर बीजेपी सहित पूरे कोटा नगर पंचायत को चौंका दिया..?बीजेपी की इतनी बड़ी जीत के बाद भी पूरे नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में चर्चा इसी पर चल रही है..की “हे प्रभु हे हरि राम या क्या हो गया” की बीजेपी के सुनामी के बीच बीजेपी के तीनों दिग्गज प्रत्याशी कैसे हार गए और कांग्रेस के त्रिदेव कैसे जीत गए..?

वार्ड क्रमांक 01-के बीजेपी के जय प्रसाद मरावी ने 198 मतों से कांग्रेस के कृष्ण कुमार को हराया..वही वार्ड नंबर 02 से लगातार पार्षद निर्वाचित हो रहे बीजेपी के प्रदीप कौशिक ने कांग्रेस के सतीश कुमार जोशी को एक बड़े अंतर 591-मतों से हराया कांग्रेस प्रत्याशी को केवल 79-मत ही प्राप्त हुए वार्ड क्रमांक 03 से कांग्रेस की श्रीमती पुष्पा प्रकाश साहू को मात्र 74 मत ही प्राप्त हुए..बीजेपी की उषा बाबा गोस्वामी ने 412 मत एक बड़े अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया वार्ड क्रमांक 04 से बीजेपी के युवा भागवत साहू ने 283-मतों से जीत हासिल की..कांग्रेस के शैलेश कुमार गुप्ता को 259-मत प्राप्त हुए..वही निर्दलीय उम्मीदवार मोहित मूरत ध्वज केवंट को 190 मत प्राप्त हुए शिवसेना के जितेंद्र सिंह क्षत्रिय को 21मत प्राप्त हुए…वार्ड नंबर 04-के निर्दलीय उम्मीदवार मोहित मूरत ध्वज केवंट के गुब्बारे ने कांग्रेस प्रत्याशी की हवा निकाल दी..? जिसका सीधा फायदा बीजेपी के भागवत साहू को हुआ..वार्ड क्रमांक 05 से बीजेपी की बहुरा संतोष यादव ने कांग्रेस की दुर्गा यादव को 203 मतों से हराया शुरुवाती दौर से लेकर मतदान की तारीख तक कांग्रेस की दुर्गा यादव ज्यादा मजबूत दिखाई दे रही है..पर अंततः बीजेपी की बहुरा संतोष यादव ने जीत हासिल की।

वार्ड क्रमांक 06 में हुए त्रिकोणीय मुकाबले में आखिरकार बीजेपी के अनिल साहू ने बाजी मारी वार्ड क्रमांक 04 से तीन बार के पार्षद रह चुके अनिल साहू ने वार्ड नंबर 06 में 334 मतों से विजयी हुए कांग्रेस की सोनू मानिकपुरी को 169 मत प्राप्त हुए..वही निर्दलीय उम्मीदवार के मुकाबले को रोचक बनाने वाले राजेश कुमार जयसवाल को 136 मत प्राप्त हुए है.. राजेश जायसवाल निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ने से पहले कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग कर चुके थे, पर कांग्रेस ने अपनी कार्यकर्ता व पूर्व एल्डरमैन रह चुकी सोनू मानिकपुरी को टिकट दिया था.. कांग्रेसी वार्ड कहे जाने वाला वार्ड नंबर 07 इस बार पलट गया..? कांग्रेस के मजबूत उम्मीदवार माने जाने वाले अनिल मसीह पर बीजेपी के प्रमेंद्र गंधर्व भारी पड़ गए..बीजेपी के प्रमेंद्र गंधर्व ने कांग्रेस प्रत्याशी को 91 मतों से हरा दिया..प्रमेंद्र गंधर्व पिछला चुनाव हार गए थे..कोटा नगर पंचायत के हाई प्रोफाइल वार्ड में तब्दील वार्ड क्रमांक 08 से कांग्रेस के मौजूदा पार्षद देवेंद्र कौशिक ने एक बार फिर से जीत हासिल कर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के नेम सोनी 31-मतों से हरा दिया…मौजूदा पार्षद देवेंद्र कौशिक से ज्यादा मजबूत स्थिति में दिखने वाले बीजेपी के नेम सोनी को अंततः हार का सामना करना पड़ा..जबकि इस वार्ड से बीजेपी की अध्यक्ष पद की उम्मीदवार श्रीमती सरोज दुर्गेश साहू आगे रही है..?इस वार्ड में पैसे और पसीने की लड़ाई का स्लोगन बड़े जोर-शोर से चलाया गया था..वही पर वार्ड क्रमांक 09-में बीजेपी के कद्दावर नेता में शुमार वेंकटलाल अग्रवाल ने कांग्रेस के चंदन साहू को एक बड़े अंतर 420 मतों से हरा दिया..जीत के बाद वेंकटलाल अग्रवाल का नाम नगर पंचायत के भावी उपाध्यक्ष के नाम की चर्चा जोरो पर है.. वार्ड क्रमांक 10-से बीजेपी की पार्वती योगेंद्र साहू ने 213 मतों की बढ़त लेते हुए कांग्रेस के संतोषी कृपा राम साहू को हरा दिया वार्ड नंबर 10 में निर्दलीय उम्मीदवार सीमा नरेश यादव को 170 मत प्राप्त हुए कांग्रेस को निर्दलीय उम्मीदवार के वजह से भी नुकसान उठाना पड़ा।
वही पर एक और हाई प्रोफाइल वार्ड में तब्दील वार्ड-क्रमांक 11-में कांग्रेस के कान्हा विकल्प गुप्ता ने वार्ड क्रमांक का लगातार नेतृत्व कर रहे बीजेपी के विमल गुप्ता को बेहद ही करीबी कांटे के मुकाबले में 16 मतों से हरा दिया जबकि बीजेपी की अध्यक्ष पद की उम्मीदवार श्रीमती सरोज दुर्गेश साहू यहां पर भी आगे रही है..? वार्ड क्रमांक 12-में दोनों उम्मीदवार बराबरी में चल रहे थे मतदान की तारीख आते आते कांग्रेस की प्रार्थना दुबे पीछे हो गई और बीजेपी की अंजना चौकसे आगे बीजेपी उम्मीदवार अंजना चौकसे ने कांग्रेस की प्रार्थना दुबे को 328-मतों से हराया कांग्रेस प्रत्याशी को 205 मत ही प्राप्त हुए, कोटा नगर पंचायत की एक और हॉटसीट के रूप में तब्दील सीट वार्ड क्रमांक 13 में कांग्रेस के तेजतर्रार कार्यकर्ता व पूर्व एल्डरमैन जब्बार खान ने बीजेपी के मौजूदा पार्षद व नगर पंचायत उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल के सुपुत्र शुभम अग्रवाल को बेहद ही करीबी कांटे के मुकाबले में 29 मतों से हरा दिया..यहां पर तीसरे उम्मीदवार के रूप में जोहार पार्टी के अनिल मानिकपुरी चुनाव लड़ रहे थे..?जिन्हें 30 मत प्राप्त हुए क्या अनिल मानिकपुरी को मिले 30 मत बीजेपी के हार का कारण बना..ये समीक्षा का विषय हो सकता है..”वार्ड नंबर 13 में भी “सेठ और सेवक की लड़ाई” का स्लोगन काफी जोर शोर से चलाया गया अजय अग्रवाल बीजेपी के कद्दावर नेता एक अजय योद्धा के रूप में माने जाते रहे हैं वही वार्ड क्रमांक 14-में कांग्रेस के पूर्व पार्षद रह चुके मनोज साहू को बीजेपी के एक नए युवा चेहरे गिरिराज गोस्वामी ने 259 मतों से हरा दिया..मतगणना से पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी अपनी जीत को लेकर आश्वत थे, पर उन्हें 125 मत ही प्राप्त हुए…इन दोनों के बीच निर्दलीय उम्मीदवार पवन कुमार साहू को 58 और विक्रांत जयसवाल को 37 मत प्राप्त हुए..वही वार्ड क्रमांक 15 में कांग्रेस की मजबूत उम्मीदवार मानी जा रही श्रीमती लक्ष्मीन बिंझवार बीजेपी की पुष्पा कोमल पालके ने 290 मतों से हरा दिया कांग्रेस उम्मीदवार को 247 मत ही प्राप्त हुए।
बीजेपी का लगातार तीसरा कार्यकाल:—
2025 के कोटा नगर पंचायत के चुनाव में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव विधानसभा चुनाव की तरह अपनी बढ़त को बनाए रखा बल्कि बढ़त में इजाफा हुआ है..वही पूरे चुनाव में एकजुट होकर लड़ने वाली कांग्रेस पार्टी चुनाव के आखिर में बिखरती हुई दिखाई दी पिछली बार की तुलना में इस बार कांग्रेस के दो और पार्षद और कम हो गए..? वही बीजेपी ने कोटा नगर पंचायत अध्यक्ष सहित 12-वार्ड पार्षद जीतकर एक बार फिर से इतिहास बना दिया कोटा नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी अध्यक्ष का यह लगातार तीसरा कार्यकाल है..इससे पूर्व के कार्यकाल में मुरारी गुप्ता सहित श्रीमती अमृता प्रदीप कौशिक अध्यक्ष पद के रूप में अपनी भूमिका निभा चुके है..वही इस बार कोटा नगर पंचायत में हाई- प्रोफाइल वार्ड से जीतकर आए कांग्रेस के त्रिदेव विपक्ष की भूमिका निभाएंगे.. “हरितछत्तीसगढ से बात करने के दौरान तीनों फायर ब्रांड वार्ड पार्षदों ने कहा कोटा नगर पंचायत के जनता जनार्दन का जनादेश स्वीकार है कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ी पर उम्मीद के हिसाब से परिणाम नहीं आए..फिर भी अगले पांच वर्षों तक कांग्रेस पार्टी के हम तीनों पार्षद कांग्रेस पार्टी के हमारे वरिष्ठ नेताओं कोटा विधायक के मार्गदर्शन में कांग्रेस के कर्मठ समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाते हुए कोटा नगर पंचायत के पूरे 15-वार्डो की बुनियादी सुविधाओं के लिए सड़क से लेकर परिषद तक आवाज बुलंद करते रहेंगे।
क्रमशः————✒️अध्यक्ष सहित 12 वार्डो पर हार पर कांग्रेस की समीक्षा..?कांग्रेस अध्यक्ष सहित वार्ड पार्षद की हार का मुख्य कारण क्या भीतरघात बनी हार की मुख्य वजह या फिर संसाधनों की कमी से जूझ रहे कांग्रेस पार्षद व कांग्रेस कार्यकर्ता मैनेज किए गए..?वही मौजूदा चुनाव में बीजेपी की आंधी के बावजूद तीनों हाई प्रोफाइल वार्ड में बीजेपी के दिग्गज प्रत्याशी को मिली हार की वजह तलाशेंगे भाजपाई..?क्या वजह रही कि तीनों वार्डो में अध्यक्ष पद की उम्मीदवार ने बढ़त बनाई हुई थी…वही वार्ड पार्षद पिछड़ते चले गए…✒️।