Kota-Updet:-बाउंड्रीवाल निर्माण-कार्य भी गुणवत्ताहीन-करोड़ों रुपए के कार्य पेटी-कांट्रेक्टर के हवाले विभागीय-अधिकारी कुंभकर्णी नींद में मस्त।
*हरितछत्तीसगढ लगातार 07-करोड़ की लागत से गोदाम-बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य जारी है।*
*इससे पूर्व 04-करोड़ के गोदाम-निर्माण के कार्य की मौजूदा स्थिति जांच के लायक जीरो-टॉलरेंस की नीति को लेकर प्रतिबद्ध मौजूदा सरकार।
*दिनांक:-20/03/2025*
मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ़।।
*करगीरोड-कोटा:-करोड़ों रुपए के बड़े-बड़े टीन के शेड गोदाम सीसीरोड सहित बाउंड्रीवाल का निर्माण कृषि उपज मंडी कार्यालय के पीछे युद्धस्तर से जारी है लोकल गोदाम की दीवारें तराई को तरसती हुई दिखाई देती है..कृषि उपज मंडी के सामने और अंदर के बाउंड्रीवाल निर्माण सहित पीछे तरफ के बाउंड्रीवाल के निर्माण कार्य की भी यही तस्वीर है निर्माण कार्य के दौरान लोकल पेटी कांट्रेक्टर ठेकेदार सहित उसके मजदूर ही साइड पर दिखाई देते है..विभागीय- अधिकारी की अपेक्षा सब कुछ पेटी-कांट्रेक्टर के इर्दगिर्द ही चल रहा है..एक प्रकार से विभागीय अधिकारी की भूमिका भी पेटी कांट्रेक्टर ठेकेदार द्वारा ही निभाया जा रहा है।*
*हरितछत्तीसगढ की लगातार पड़ताल जारी:—
*हरितछत्तीसगढ़ की पड़ताल लगातार जारी है मौजूदा निर्माण कार्य के पूर्व में भी बने लगभग 04- करोड़ के गोदाम निर्माण कार्य भी लोकल पेटी कांट्रेक्टर द्वारा ही बनाया गया था..?मौजूदा गोदाम की स्थिति को देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है..कि मौजूदा निर्माणधीन गोदाम निर्माण की क्या स्थिति रहेगी..?गुडवत्ता-हीन निर्माण कार्य के हरित छत्तीसगढ द्वारा प्रकाशित ख़बरों के बाद भी सम्बन्धित विभागीय अधिकारी अभी भी कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं..?या सुला दिए गए है।*
*जीरो-टॉलरेंस नीति पर कार्यरत मौजूदा सरकार:–
*जीरो-टॉलरेंस को लेकर स्पष्ट मौजूदा बीजेपी सरकार के विभागीय मातहतों सत्ताधारी दल के जनप्रतिनिधियो सहित स्थानीय विधायक व विपक्षी दल के नेताओं को नगर में हो रहे इस करोड़ों रुपए के निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग लगातार करनी चाहिए..करोड़ों की राशि के विकास कार्य का क्या मौके पर वाकई सही इस्तेमाल हो रहा है..?निर्माण कार्य में कोई अनियमितता तो नहीं हो रही है..?निर्माण कार्य के दौरान स्थानीय जनप्रति- निधियों की सही मॉनिटरिंग से आगामी विधानसभा सत्र के दौरान स्थानीय विधायक व उनके प्रतिनिधियों को सवाल लगाने की आवश्यकता न हो..?फिलहाल इस पूरे निर्माण कार्य पर हरित छत्तीसगढ़ की पैनी नजर बनी हुई है।*