Kota-Updete:-कबाड़ से चल रही जिंदगी की पूरी जद्दोजहद…आसमा भी अपना जमी भी अपनी

*Kota-Updete:-कबाड़ से चल रही जिंदगी की पूरी जद्दोजहद…आसमा भी अपना जमी भी अपनी।-*

*दो नहीं एक दीवाना शहर में रात में दोपहर में कबाड़ से भरे एक रिक्शे में ढूंढता है एक आशियाना एक आबदाना।*

*दिनांक:-06/04/2025*

*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।*

*करगीरोड-कोटा:-दो दीवाने शहर में रात में दोपहर में ढूंढते हैं..एक आशियाना एक आबदाना जिंदगी का सफर है..ये कैसा सफर कोई समझा नहीं कोई जाना नहीं बॉलीवुड के फनकारों ने ऐसे बहुत से गीत गाए हुए हैं..जो कि जिन्दगी जीने की शुरुवात से लेकर जिन्दगी के आखिरी लम्हे तक की जद्दोजहद को जीवन के पूरे संघर्ष को पर्दे पर उतारा है फिल्में समाज का ही आईना होती है..जो कि रियल लाइफ को रील में उतारकर हमारे और आपके बीच प्रस्तुत करती है..रियल को रील में देखने के बाद आपका हमारा सबका नजरिया अलग-अलग होता है।*

*रिक्शे में सवारी की जगह कबाड़ खींच जिंदगी का सफर जारी है:—*

*एक ओर जहां अपना आशियाना अपना घर बनाने के लिए बड़ा हो या छोटा हो पूरा जीवन संघर्ष करते रहता है..चाहे वह खुद से हो या फिर किसी शासकीय योजनाओं की मदद से उसका संघर्ष जारी रहता है..पर कुछ लोग ऐसे भी होते हैं..जो बेफिक्री से जिंदगी के हर फिक्र को धुएं में उड़ाकर आज का आज कल का कल देखेंगे कि सोच को लेकर आगे बढ़ते रहते हैं..पर इसमें भी उनका संघर्ष जारी रहता है, पिछले कई दिनों से दोपहर की तेज धूप में रात के ठंडी छांव में नगर के रिक्शा चालक पर नजर पड़ी जिस पर सवारियों की जगह कबाड़ का पूरा सामान फटे पुराने कपड़े कंबल प्लास्टिक बोरी से भरे रिक्शे को खींचता हुआ एक शख्स आगे बढ़ता है..प्यास लगे तो रुककर पानी पी लेता है फिर आगे बढ़ जाता है दिन भर की जद्दोजहद के बाद रात होते ही कबाड़ से भरे उसी रिक्शे में बेफिक्री से चैन की नींद सो जाता है, अगली सुबह फिर से उसी जद्दोजहद के लिए वो रिक्शे वाला निकल जाता है।*

 

*इस शख्स को आप शायद जानते हो:—*

*हरितछत्तीसगढ ने उस शख्स से आज मुलाकात करने के बाद बात की जिस पर उस शख्स ने बताया कि मेरा बचपना तो यही कोटा में ही गुजरा है..पहले की तरह अब रिक्शे में सवारी तो मिलती नहीं इसलिए कबाड़ को सवारी बनाकर जिंदगी की जद्दोजहद जारी है..दिन भर की जो कमाई होती है..उससे जिंदगी का गुजारा हो जाता है..इस शख्स का परिवार भी है और नहीं भी..?जैसा कि उसने बताया ज्यादा बात न करते हुए ये शख्स ने कबाड़ से भरे रिक्शे को खींचता हुआ आगे बढ़ गया देर रात ये शख्स सड़क के किनारे आपको चैन की नींद सोता हुआ दिखाई देगा इस शख्स ने हरित छत्तीसगढ़ को अपना नाम भी बताया पर इस खबर में इस शख़्स का नाम नहीं दर्शाया गया है..? नाम का क्या है..व्यक्ति को उसका काम ही आगे बढ़ाता है..काम तो काम होता है।*

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