कीड़े मारने की दवा से अमन अग्रवाल को उड़ाने निकले चंकी और अमीर, पर खुद फंस गए जांच के जाल में!

पत्थलगांव में ‘स्प्रे अटैक’ का पर्दाफाश!

कीड़े मारने की दवा से अमन को उड़ाने निकले चंकी और अमीर, पर खुद फंस गए जांच के जाल में! पुलिस जल्द ही पूरे का मामले का खुलासा करने की ओर अग्रसर

नीरज गुप्ता संपादक
MO NO-9340278996
Haritchhattisgarh

पत्थलगांव (जशपुर) – शहर में हाल ही में हुए “केमिकल अटैक कांड” ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। जिस मामले में पहले नकाबपोश हमलावरों की चर्चा हो रही थी, उसमें अब चेहरे लगभग लगभग सामने आ चुके हैं – और कहानी कुछ ज्यादा ही फिल्मी निकली!

खबर है कि पुलिस ने जब मामले की परतें उधेड़ीं, तो पाया कि पत्थलगांव के व्यापारी अमन अग्रवाल पर हुआ यह ‘स्प्रे अटैक’ दरअसल दो महीने पुरानी अमन अग्रवाल की एजेंसी में  खटपट का बदला के रूप में सामने आ रहा है ! लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है उसका खुलासा नहीं हो सका है।

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जी हां, कापु के दुकानदार चंकी गुप्ता पिता प्रमोद, जिन्होंने अमन से हुए समान खरीदी के दौरान किसी छोटे से विवाद को दिल से लगा लिया था, वो अमन को “कीड़े की तरह केमिकल अटैक” करने के लिए अपने दोस्त अमीर खान पिता यासीन को साथ लेकर एक मिशन पर निकल पड़े।

और हथियार क्या था?

न तो पिस्तौल, न चाकू – बल्कि साइपरमेथ्रिन!

एक ऐसी रासायनिक दवा जो आमतौर पर फसलों में कीड़े मारने और घर में मच्छर भगाने के काम आती है – लेकिन इन जनाब ने इसे बनाया अपना “हथियार ए-तबाही!”

जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक घटना की रात, जब अमन अग्रवाल अपनी बाइक से इंदिरा चौक की ओर गुजर रहे थे, तो ये दोनों उनके पीछे-पीछे बाइक में सटते हुए आए – और फिर शुरू हुआ ‘स्प्रे वाला हमला’!तेज गंध के बीच अमन ने फुर्ती दिखाई, खुद को झुकाकर बचाया और चिल्लाते हुए पीछा करने लगे – लेकिन नकाबपोश भाग निकले।

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खबर है कि जांच में, तो चंकी और अमीर की “कीट नाशक प्लानिंग” की बात सामने आ रही है लेकिन इसकी सच्चाई का खुलासा तो पुलिस ही कर सकती है।

अब पुलिस द्वारा अमन के शर्ट पर लगे केमिकल की फॉरेंसिक लैब से रिपोर्ट भी मंगाई जा रही है।

अब सवाल ये है –

क्या ये महज एक ‘डराने’ की साजिश थी या इसके पीछे कुछ और गहरी साजिश छुपी है?

जो भी हो… चंकी और अमीर अब खुद उलझ गए हैं उस जाल में, जो उन्होंने बिछाया था – और पत्थलगांव एसडीओपी डॉ ध्रुवेश जायसवाल थाना प्रभारी विनीत पांडे की जुगलबंदी बनी है इस थ्रिलर की हीरो।

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