Kota-Updete:-वित्तीय-अनियमितता आरसीसी के तहत लाखों रुपए की रिकवरी…बावजूद आधा दर्जन ग्राम-पंचायत-सचिव का प्रभार..वाह साहब वाह..क्या बात..क्या बात।-

Kota-Updete:-वित्तीय-अनियमितता आरसीसी के तहत लाखों रुपए की रिकवरी…बावजूद आधा दर्जन ग्राम-पंचायत-सचिव का प्रभार..वाह साहब वाह..क्या बात..क्या बात।-

कोटा-जनपद पंचायत का वो नायब कोहिनूर हीरा जिसकी पहचान जिला और जनपद के खास जौहरियों को।

*वर्तमान सहा.लेखा. करारोपण-अधिकारी रमाकांत खरे का इतना खौफ जिला प्रशासन के अधिकारियों को।*

*दिनांक:-15/04/2025

*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।

*करगीरोड-कोटा:-जनपद पंचायत कोटा अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतो के पंचायत सचिवों द्वारा मौजूदा प्रदेश सरकार द्वारा पुरानी मांगे नहीं माने जाने के बाद पूरा सचिव संघ के अनिश्चित- कालीन हड़ताल पर चले जाने के बाद से मौजूदा ग्राम पंचायतों के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं उपसंचालक-जिला पंचायत के 11-अप्रैल के लिखित आदेश के बाद कोटा जनपद पंचायत के करारोपण विस्तार-लेखा. अधिकारियों सहित रोजगार-सहायकों को पंचायत सचिव का प्रभार सौंप दिया गया है।*

जिल्ले-सुब्हानी के आदेश वाह साहब वाह:-

*पर इस बीच कोटा उपसंचालक जिला के लिखित आदेश में एक ऐसा विवादित नाम रमाकांत खरे जो कि वर्तमान में सहा.लेखा करारोपण अधिकारी के पद पर पदस्थ है,जिसके ऊपर पंचायत सचिव रहने के दौरान लाखों रुपए के वित्तीय अनियमितता सहित आरसीसी के तहत पिछले 10 सालों से लाखों रुपए का रिकवरी बकाया है, शासन द्वारा विकास कार्यों के लिए दी गई शासकीय राशि में वित्तीय अनियमितता करना कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है..? ऐसे दागी अधिकारी को कोटा पंचायत जनपद पंचायत के आधे दर्जन ग्राम पंचायतों के सचिव का प्रभार सौंपने जिल्ले-सुब्हानी द्वारा आदेश दे दिया गया..?वाह साहब वाह..क्या बात क्या बात..?*

वित्तीय-अनियमितता के दस्तावेज हरित छत्तीसगढ़ के पास उपलब्ध:—–

*उक्त करारोपण अधिकारी पर लमकेना तेंदुआ सहित करहीकछार पंचायत सचिव के प्रभार रहने दौरान लाखों रुपए के वित्तीय अनियमितता के आरोप लगे थे..?लमकेना-तेंदुआ से जुड़े दस्तावेज हरित छत्तीसगढ के पास उपलब्ध है..साथ ही आरसीसी के तहत बकाया लाखों की राशि के दस्तावेज भी हरित छत्तीसगढ़ के पास उपलब्ध है..उक्त अधिकारी द्वारा किए गए लाखों रुपए की वित्तीय-अनियमितता की जांच करने वाला जिला प्रशासन के पास कोई अधिकारी नहीं है..? या फिर जांच होगी ही नहीं..?आखिरकार इस दागी अधिकारी को इतना संरक्षण कौन दे रहा है.? या फिर लाखों की शासकीय राशि रिकवरी करने के साथ अपराध पंजीबद्ध करने के बजाए लेनदेन कर सेटलमेंट कर लिया गया है..?या फिर इस करारोपण-अधिकारी के पास संरक्षण देने वाले अधिकारियों के कारनामों की कोई सीडी है..?या कोई बड़ा गहरा राज है..? जिसके वजह से इस अधिकारी को बार-बार अभयदान दिया जा रहा है..?*

सुशासन तिहार में आनलाइन शिकायत आवेदन:—–

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सुशासन तिहार में उक्त अधिकारी पर लगे वित्तीय अनियमितता सहित आरसीसी के तहत लाखों रुपए की रिकवरी सहित इनकी संपत्ति की जांच..? ऐसे लोगों को संरक्षण देने वाले जिला और जनपद पंचायत कोटा के अधिकारियों की संपत्ति की जांच..? के आनलाइन आवेदन प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश के मुख्य सचिव पंचायत सचिव के नाम प्रस्तुत किया गया है.. देखना होगा उक्त अधिकारी पर प्रशासनिक गाज कब तक गिरती है..?इस पूरे मामले पर हरित छत्तीसगढ़ अपनी पैनी नजर बनाए रखेगा।*

क्रमशः——*

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