अटल-श्रीवास्तव भूपेश-बघेल के भरोसे की नाव पर सवार…बीजेपी मोदी के नाम पर वोट मांग रही।
अटल-श्रीवास्तव भूपेश-बघेल के भरोसे की नाव पर सवार…बीजेपी मोदी के नाम पर वोट मांग रही।
छजका के नेताओ-कार्यकर्ताओ को स्व:अजीत जोगी की कमी खल रही।
अमित सहित डॉ. रेणु जोगी का भावनात्मक-भाषण मतदाताओं पर कितना कारगर साबित होगा।
दिनांक:-11/11/2023
मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ़।
करगीरोड-कोटा:-जहा एक ओर भूपेश-बघेल के भरोसे की नाव पर सवार मुख्यमंत्री के करीबी व खास सिपहसलार जिनकी तरफ तेंदुआ की सभा के दौरान जनता-जनार्दन से सीधे संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने संकेत देते हुए कहा दिया था..की अटल श्रीवास्तव को कोटा से विधायक बनाकर विधानसभा भेजो कोटा-विधानसभा की सर्वांगीण विकास की जबावदारी मेरी वही पर कोटा-विधानसभा के अंतर्गत आने वाले किसानों के 50-करोड़ के कर्जा-माफी सहित महिला स्व-सहायता द्वारा लिए गए कर्ज की माफी सहित 200-यूनिट बिजली-पीने का साफ पानी-गड्ढे मुक्त बेहतर सड़क केजी से लेकर पीजी तक सभी वर्गों के लोगो के लिए निःशुल्क शिक्षा-बेहतर स्वास्थ सुविधाओं करगीरोड-स्टेशन सहित बेलगहना-खोंगसरा सलका-टेंगनमाडा जैसे स्टेशनों में ट्रेनों के पुनः से ठहराव रेलआंदोलन के दौरान 08-आंदोलनकारी के खिलाफ जल्द से जल्द मुकदमे वापसी के प्रयास की बातों-वायदों को लेकर कोटा के कांग्रेस प्रत्याशी अटल-श्रीवास्तव मतदाताओं के घरों-घर सघन जनसंपर्क करते हुए भरोसा दिलाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे हैं, जहा पर कांग्रेस उम्मीदवार को काफी हद तक कामयाबी भी मिल रही है..शहरी-ग्रामीण इलाको में सघन-जनसंपर्क के दौरान मतदाताओं के साथ साथ विपक्षी राजनीतिक-दलों के नेताओं-कार्यकर्ताओ का कांग्रेस-प्रत्याशी की उपस्थिति में कांग्रेस प्रवेश करना जारी है जिससे की विपक्षी खेमे में काफी हलचल मची हुई है।
छजका-बीजेपी के उपेक्षित नेता-कार्यकर्ता कांग्रेस के करीब हो रहे है:—-
विधानसभा-चुनाव के शुरुवाती प्रचार-प्रसार जनसंपर्क में छजका उम्मीदवार व मौजूदा विधायक डॉ. रेणु-जोगी जहा पर कांग्रेस-बीजेपी को सीधे-सीधे चुनौती दे रही है थी, वर्तमान में चुनाव के चरम पर आते-आते धीमी पड़ते जा रही है, भले ही अमित जोगी की सभाओं पर भीड़ आ रही है..वर्तमान चुनावी सभाओं के दौरान पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओ को स्व:अजीत जोगी की कमी जरूर खल रही होगी,पार्टी की मौजूदा सुप्रीमो अमित जोगी व मौजूदा विधायक का मतदाताओ को भावनात्मक रूप से आकर्षित करना कब तक जोड़े रखती है..भीड़ वोटो में कितनी तब्दील होती है..ये तो 03-दिसंबर के बाद पता चलेगा..कोटा-विधानसभा की ग्राउंड-रिपोर्ट की माने तो वर्तमान स्थिति में छजका-बीजेपी खेमे के नेताओ में कार्यकर्ताओं चुनावी कार्य को लेकर उत्साह की कमी दिखाई देती है, विपक्षी-खेमो के अंदरखानों से मिली सूत्रों के हवाले से विपक्षी खेमो के अधिकतर नेता-कार्यकर्ता पार्टी प्रमुखों के रवैये से अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे हैं..पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओ-नेताओ को महत्त्व देने के बजाए बाहरी लोगों पर भरोसा करना बाहरी पर ज्यादा भरोसा करना भी एक दूसरा कारण की वजह से उपेक्षित नेता-कार्यकर्ता एनकेन कारणों से कांग्रेस-पार्टी के उम्मीदवार के करीब कर रहा है।
अटल भूपेश-बघेल के भरोसे के भरोसे वही बीजेपी मोदी के नाम के भरोसे:——
अटल-श्रीवास्तव जहा भूपेश बघेल के भरोसे की सरकार का झंडा थामे नगर-शहर डगर-डगर गली-मोहल्लों पगडंडियों में आम मतदाताओं से मिल रहे हैं..भरोसा दिला रहे हैं..वही पर बीजेपी-उम्मीदवार व उनके कार्यकर्ता मोदी जी के नाम पर वोट मांग रहे हैं..एक समय था जब चाउर वाले बाबा के नाम से प्रख्यात डॉ. रमन सिंह जो कि 15-सालों से एकछत्र छत्तीसगढ़ के सिंहासन में विराजमान थे, उनके नाम का पूरे छत्तीसगढ़ में डंका बजता था आज वो खुद अपनी सीट राजनांदगांव तक सीमित हो चुके है..एक तरफ कांग्रेस-उम्मीदवार भूपेश बघेल का भरोसा दे रहे तो दूसरी तरफ बीजेपी-उम्मीदवार मोदी के नाम से मतदाताओं खासकर महिलाओं को महतारी-वंदन योजना का हवाला देते हुए साल में 12-हजार रुपए देने की बात कर रहे हैं..सोशल मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल-वीडियो-फ़ोटो में बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओ का महिला मतदाताओं को ये कहना कि मोदी जी को कमल छाप में वोट दोगे तभी इस योजना का लाभ मिलेगा अन्यथा नही इस दौरान बीजेपी नेताओं कार्यकर्ताओ द्वारा पंजीयन फार्म में हस्ताक्षर लेकर उनका मोबाइल नंबर लेकर बकायदा उनसे बैंक खाता व आधार कार्ड की फोटोकॉपी भी लिया जा रहा है..फोटोकॉपी दुकानदार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आज व बीते दिन में लगभग 1000-लोगो द्वारा महतारी-वंदन योजना का फार्म आधार कार्ड-बैंक खाता का फोटो कॉपी करवाया गया है..इसी क्रम में बीते गुरुवार को मीडिया की खबरों में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष व लोरमी प्रत्याशी अरुण साव को निर्वाचन-आयोग ने नोटिस थमा चुका है फिलहाल इस पूरे मामले में कांग्रेस-छजका-आप सहित अन्य राजनीतिक-दलों के उम्मीदवारों द्वारा निर्वाचन-आयोग को शिकायत दर्ज कराए जाने की जानकारी प्राप्त नही हुई है..न ही निर्वाचन-आयोग के उड़नदस्ते द्वारा स्वयं से संज्ञान लेते हुए किसी तरह की कार्यवाही करने की जानकारी प्राप्त हुई है।