एक बच्चे के सफल जीवन की कुंजी विवाह नहीं, बल्कि शिक्षा है – जितेन्द्र गंदवाने
*एक बच्चे के सफल जीवन की कुंजी विवाह नहीं, बल्कि शिक्षा है – जितेन्द्र गंदवाने*
जशपुर नगर – पत्थलगांव विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पालीडीह में बाल विवाह जैसी कुरीतियों को रोकने के खिलाफ और लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए पीरामल फाउंडेशन के गांधी फैलो जितेन्द्र पिछले कुछ सप्ताहों से लगातार गांव में स्थानीय हितधारकों और स्वास्थ्य विभाग की मदद से बाल विवाह, कुप्रथा, अंधविश्वास, महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर वहा के ग्रामीणों के साथ बैठक लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे है। कल शाम नुक्कड़ नाटक के माध्यम गांव के लोगों को बाल विवाह जैसी कुरीतियों, अंधविश्वास से अवगत कराया, बाल विवाह के दुष्परिणाम गहरे और व्यापक होते हैं, जो व्यक्तिगत, सामाजिक और आर्थिक स्तर पर गंभीर प्रभाव डालते हैं। दुष्परिणाम मातृत्व और शिशु मृत्यु दर, स्वास्थ्य समस्याएं, मानसिक तनाव, स्वतंत्रता की कमी, शिक्षा में बांधा, सीमित अवसर, घरेलू हिंसा का शिकार, बिनियादी अधिकारो का हनन होता है भविष्य में इन कुरीतियों को कैसे रोक सकते है और हमारी आने वाली अगली पीढ़ी को एक सुरक्षित एवं स्वास्थ्य वातावरण के साथ उज्वल भविष्य की कल्पना कर सकते है। साथ मंच के माध्यम से उपस्थित सभी गणमान्य नागरिकों को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई गई। नुक्कड़ नाटक समारोह में गांव के सरपंच भास्कर जी, उप-सरपंच भूपेंद्र जी, सचिव गणपत जी, पिरामल फाउंडेशन से जितेन्द्र जी, जायहो टीम से एनएसएस वॉलेंटियर, लता जी, ज्वाला जी, राधिका जी, राज जी, कमलेश्वरी जी, लेखराज जी, संगीता जी, पायल जी, पुष्पा जी, संतोषी जी, अमृता जी, आंगनवाडी कार्यकर्त्ता कुन्ती जी स्वास्थ्य विभाग की टीम साथ ही गांव के गणमान्य नागरिक शामिल रहे।