Chhattisgarh

प्रशिक्षण में नई शिक्षा नीति और एफएलएन की दी गई जानकारी

नीरज गुप्ता संपादक
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मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता आधारित विकासखंड स्तरीय प्रशिक्षण में पत्थलगांव जोन के तीसरे चरण के प्रशिक्षण के दौरान प्राचार्य डाइट जशपुर एम जेड यू सिद्दीकी और एफएलएन के एसआरजी व नोडल जशपुर संजय दास  का आगमन हुआ प्रशिक्षण कक्ष में प्राचार्य डाइट के द्वारा नई शिक्षा नीति और एफएलएन के बारे में बताया गया साथ ही लक्ष्यों को हासिल करना है बताया गया प्राचार्य के द्वारा शिक्षकों को निर्देश दिया गया की अध्ययन अध्यापन के दौरान मातृभाषा का यथा उचित प्रयोग करना चाहिए जिससे बच्चों का झिझक एवं संकुचित भाव दूर होगा बच्चे अपने बातों रख सकेंगे जिससे बच्चों के जिज्ञासा को शांत किया जा सके।

तथा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए श्री सिद्दीकी जी ने कहा कि अध्यापन कार्य करने वाले शिक्षकों को अपने विषय का पूर्ण तैयारी के साथ आना चाहिए प्राथमिक स्तर पर बच्चों को अगर सिखा दिया जाए तो वह जीवन पर्यंत नहीं भूलते हैं उनका नींव मजबूत होता है प्राचार्य डाइट ने कहा साथी प्रशिक्षणर्थियों से कहा कि आप सभी DRG से प्रश्न पूछिए और अवधारणाओं को पूर्ण रूप से समझ कर ही विद्यालय में जाएं इस क्रम में एसआरजी संजय दास जी ने कई प्रेरणा पद बातें रखी उन्होंने नई शिक्षा नीति की आवश्यकता क्यों हुई इस बात पर प्रकाश डाला साथ ही 21वीं सदी की कौशलों के विकास की आवश्यकता ही नई शिक्षा नीति निर्माण का एक कारण बताया सीखना और पुराने चीजों को छोड़ना बहुत जरूरी है हम सभी अपने अध्ययन अध्यापन के दौरान सहायक उपकरण या टूल्स का उपयोग करें जिसके लिए नवाजतन और जादुई पिटारा जैसे टूल्स हमारे पास हैं सभी शिक्षकों को अपनी क्षमता को पहचानना और उसको बढ़ाना बहुत जरूरी है साथ ही विषय को बहुत अच्छे से प्रस्तुत करने की कला भी हमें सीखनी चाहिए श्री दास ने कहा कि आने वाले सितंबर 2024 तक हम प्राथमिक स्तर पर सभी बच्चों को पढ़ना लिखना सिखा दें ऐसी हमारी तैयारी होनी चाहिए हमारा जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है और होना चाहिए प्रशिक्षण दौरान विकासखंड शिक्षा अधिकारी पत्थलगांव श्री विनोद पैकरा जी एवं बीआरसी श्री वेदानंद आर्य जी ने भी प्रशिक्षण का अवलोकन किया अवलोकन के दौरान विकासखंड शिक्षा अधिकारी पत्थलगांव ने सभी शिक्षकों को कहा कि एक लक्ष्य और उद्देश्य लेकर नियमित निरंतर अनुशासित ढंग से अध्ययन अध्यापन का कार्य करें और सभी शिक्षार्थी अपना एक डायरी का भी लेखन करें जिसमें शासन के आदेशों निर्देशों एवं क्या करना है इसके संबंध में प्रतिदिन उल्लेख करें बीआरसी आर्य जी ने कहा कि सभी प्रशिक्षण प्रभावी होता है और सीखना निरंतर होता है इसलिए इस प्रशिक्षण को गंभीरता से लेते हुए विद्यालयों में इसका पालन करें और बच्चों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें जिससे हम अपने विकासखंड को सभी जिला में प्रथम स्थान रहें शिक्षक नियमित विद्यालयों में बताई जा रहे प्रशिक्षण अनुसार कार्य करें और सभी आवश्यक दस्तावेजों को पूर्ण रखें प्रशिक्षण में DRG श्री जे डी वैष्णव ,श्री कृष्ण कुमार यादव, श्री मुकेश कुमार पटेल जी एवम् मुकेश कुमार यादव ने बहुत ही अच्छे से भाषा गणित नवाजतन जादुई पिटारा एवं अन्य शिक्षण शास्त्र के बिंदुओं को विस्तार पूर्वक बताया प्रशिक्षण के तीसरे चरण में पत्थलगांव जोन के 15 संकुलों के 70 शिक्षक शामिल रहे।neeraj,harit,

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