Chhattisgarh

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

neera ad neeraj,harit,

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

नीरज गुप्ता संपादक
MO NO- 9340278996,9406168350

गुरुकुल महाविद्यालय पत्थलगांव में दिनांक 03.07.2024 दिन बुधवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ मॉ सरस्वती के छायाचित्र दीप प्रज्जवलन से की गई। यह कार्यक्रम मास्टर ट्रेनर के माध्यम से महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं तृतीय वर्ग की कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण /कार्यशाला में महाविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रम बी.ए., बी.एस.सी, बी.कॉम, बी.सी.ए, प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत किस प्रकार से अध्ययन-अध्यापन का कार्य किया जाना है। जैसे विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में प्राध्यापकों की भूमिका तथा किस प्रकार से यह शिक्षा छात्रों के हित में स्वरोजगार परक होगी। साथ ही यह भी बताया गया कि किस प्रकार से प्राध्यापक विद्यार्थियों में आलोचनात्मक सोच एवं रचनात्मक क्षमता का विकास करके उसमें शोध की क्षमता का विकास पैदा कर सकते हैं। इसके साथ ही किस प्रकार से यह शिक्षा नीति जशपुर जिला के छात्र/छात्राओं को छत्तीसगढ़ की मुख्य शिक्षा धारा में जोड़ने में सहायक होगी। इस विषय पर मास्टर ट्रेनर श्री टी. आर. पाटले सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान ठाकुर शोभा सिंह शासकीय महाविद्यालय पत्थलगांव के द्वारा बड़े ही विस्तार के साथ बताया गया। उसके द्वारा एक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी स्वाध्यायी (प्राइवेट) छात्र/छात्राओं के संबंध में भी दी गई। इसके अंतर्गत यह बताया गया कि इस सत्र 2024-25 में स्वाध्यायी परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को भी पहले पंजीयन करना होगा। तथा उन्हें भी नियमित विद्यार्थियों की तरह ही असाइनमेंट लिखना होगा एवं टेस्ट देना होगा, जिसके आधार पर उनके आंतरिक अंक सेमेस्टर परीक्षा के अंको के साथ जोड़ दिए जाएंगे यदि विद्यार्थी सेमेस्टर परीक्षा में भाग लेना चाहते हैं। तो उसे इंटरनल परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। स्वाध्यायी छात्र/छात्राओं का नये सत्र् में पंजीयन अगस्त माह से शुरू होने की संभावना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए बनाया गया है, जो एक महत्वपूर्ण शिक्षा नीति है। यह एकीकृत रूप से भारत के समस्त राज्यों में लागू की जा रही है, जिससे छात्र/छात्राओं में एकरूपता एवं राष्ट्रीय भावना का निर्माण हो सके। कार्यशाला के द्वितीय सत्र् के प्रमुख वक्ता डॉ. शशिकुमार मारकंडे सहायक प्राध्यापक वनस्पति विज्ञान ठाकुर शोभा सिंह शासकीय महाविद्यालय पत्थलगांव के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत पाठ्îक्रम, सेमेस्टर प्रणाली परीक्षा एवं आतंरिक मूल्यांकन पद्धति आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि इस सत्र् से विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम डी.एस.सी., डी.एस.इ., ए.एस.सी. एवं जी.इ. के आधार पर बनाए गए हैं। साथ ही विद्यार्थियों के मूल्यांकन में अंक के स्थान पर ग्रेड़ प्रदान किए जाएंगे। इसके स्वरूप के संबंध में भी चर्चा की गई। कार्यशाला मुख्य वक्ता के मास्टर टेªनर श्री टी.आर. पाटले जी ने छŸाीसगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले डॉ. जी.ए. घनश्याम जी एवं डॉ डी.के. श्रीवास्तव उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ शासन रायपुर के प्रति हृदय से आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया। अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अजीत कुमार यादव ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की मास्टर ट्रेनर का आभार व्यक्त किये एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर महाविद्यालय की तत्कालीन प्रतिक्रिया से अवगत कराते हुए यह बताया कि महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उचित क्रियान्वयन हेतु सहायक प्राध्यापकों की एक समिति का गठन किया जाएगा। जिसमें संयोजक के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य होंगे छात्र-छात्राओं को उचित परामर्श हेतु हेल्प डेक्स की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही उसमें नवीन शिक्षा नीति के प्रति जागृति पैदा करने के लिए महाविद्यालय स्तर पर सहायक प्राध्यापकों के माध्यम से कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यशाला में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!