
छत्तीसगढ़ में समग्र शिक्षा के तहत हुई व्यवसायिक शिक्षा भर्ती को लेकर नर्सिंग यूनियन ने विभाग पर करप्शन का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर ने विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा है। नर्सिंग यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि यह पूरा मामला एक सुनियोजित षड्यंत्र है, जिसमें लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है।बिना मेरिट, बिना परीक्षा… 10 रुपए के स्टांप पेपर पर जबरन एग्रीमेंटनर्सिंग यूनियन ने आरोप लगाया कि हजारों युवाओं कोअज्ञात कॉलेजों में एक ही दिन में परीक्षा दिलाई गई,न मेरिट सूची जारी की गई,न अंकों का कोई विवरण दिया गया,और मात्र ₹10 के स्टाम्प पेपर पर जबरन एग्रीमेंट कराकर उन्हें भ्रष्टाचार का शिकार बना दिया गया।₹3 से ₹4 लाख में बिकी नियुक्तियां, रिश्तेदारों को दी सीधी ज्वॉइनिंगज्ञापन में कहा गया किलगभग 40,000 युवाओं के साथ धोखा हुआ है।इंटरव्यू के नाम पर चयन किया गया।प्रत्येक चयन के बदले ₹3–4 लाख की वसूली एजेंटों के माध्यम से की गई।चयनित अभ्यर्थियों की मार्कशीट और दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा सामने आया है।भर्ती के लिए 7 प्राइवेट कंपनियों को ठेका दिया गया।अधिकारियों के रिश्तेदारों को बिना मेरिट सीधी नियुक्ति दी गई।

कोरोना योद्धाओं को भी नहीं मिली प्राथमिकता, सरकार रही चुप वोकेशनल ट्रेनिंग भ्रष्टाचार में सम्मिलित अधिकारी एवं कंपनी के कोऑर्डिनेटर की जांच कर सेवा मुक्त किया जाए या ब्लैक लिस्ट किया जाएनर्सिंग यूनियन ने यह भी कहा कि कोविड काल में सेवा देने वाले नर्सिंग, हेल्थ, आईटी, कंप्यूटर ट्रेड के युवाओं कोसरकार की घोषणा के अनुरूप 10% आरक्षण और प्राथमिकता नहीं दी गई।मेल,दस्तावेज और निवेदन होने के बावजूद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। नर्सिंग यूनियन की भर्ती रद्द करने की मांग हो, CBI जांच हो नर्सिंग यूनियन ने सरकार के समक्ष पूरे मामले में ये मांग रखी है: पूरी भर्ती प्रक्रिया तत्काल रद्द की जाए। कोरोना योद्धाओं को प्राथमिकता और 10% छूट दी जाए। 40,000 परीक्षार्थियों की मेरिट सूची सार्वजनिक की जाए। फर्जी दस्तावेजों की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर FIR दर्ज हो। CBI और EOW से आर्थिक भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए।28 जुलाई को ताला बंद आंदोलननर्सिंग यूनियन ने सरकार को पूरे मामले में 28 जुलाई 2025 तक का अल्टीमेटम दिया है। “यदि मांगें नहीं मानी गईं तो समग्र शिक्षा कार्यालय में ताला बंद आंदोलन होगा। जरूरत पड़ी तो प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन होगा।”ज्ञापन देने के दौरान ये प्रमुख नर्सिंग यूनियन और छात्र नेता रहे मौजूदनर्सिंग यूनियन के अजय त्रिपाठी(अध्यक्ष), योगराज देवांगन,प्रशांत गोस्वामी,निखिल वंजारी, नजीब असरफी, वैभव मुजेवार सहित अनेक छात्र कार्यकर्ता शामिल रहे।