Kota-updete:-रिफर स्वास्थ-केंद्र कोटा में उच्चाधिकारियों की आवाजाही-शुरू…पर हालात में कोई सुधार नहीं।-

Kota-updete:-रिफर स्वास्थ-केंद्र कोटा में उच्चाधिकारियों की आवाजाही-शुरू…पर हालात में कोई सुधार नहीं।

*बदबू-गंदगी-दीवारो पर सीपेज-मरीजों के बेड पर चादर नही बिजली बंद एक्सरे-मशीन की सुविधा नगण्य।

*हॉस्पिटल में डिजिटल एक्सरे-मशीन मौजूद पर मरीज-हॉस्पिटल के बाहर प्राइवेट-क्लिनिक पर दिखे—?

*नर्सिंग-होम-एक्ट की उड़ रही खुलेआम धज्जियां प्राइवेट-क्लिनिक सहित पेथोलेब धड्डले से जारी है किसकी शह पर..?*

MoMo

*स्वास्थ-सेवाओ सहित प्रायवेट-क्लीनिक पैथोलेब पर हरित छत्तीसगढ की कवरेज लगातार जारी रहेगी।

*दिनांक:-22/09/2024

*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।

*करगीरोड-कोटा:-गंदगी-बदबू.?सीपेज बारिश का पानी निकासी नही होने.? हॉस्पिटल के कमरे मे पानी-भराव मरीजों के कमरे में बिजली-बंद सहित मरीजों को एक्सरे की सुविधा नहीं होने से कोटा नगर सहित कोटा से लगे आसपास के ग्रामीण अंचलों के मरीज हलाकान होने के साथ रिफर स्वास्थ केंद्र कोटा में अचानक से प्रशासनिक-अधिकारीयो की आवाजाही शुरू हो गई है।

*21-सितंबर को आकस्मिक-निरीक्षण में संभागायुक्त महादेव कावरे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटा पंहुचे इस दौरान हॉस्पिटल में कोई भी डॉक्टर उपस्थित नहीं था अनुपस्थित डॉक्टरो में डॉ. अवधेश्वर साय, एमडी मेडिसिन डॉ.पारूल जोगी, महिला रोग विशेषज्ञ, डॉ. प्रेरणा रात्रे, चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक झा डेंटिस्ट अनुपस्थित रहे निरीक्षण के दौरान एडमिट कुछ मरीजों ने बताया कि यहां के कोटा-सीएचसी के डॉक्टर-मरीजों को बिना जांच किये ही बिलासपुर रिफर कर देते हैं।

*बिलासपुर-कमिश्नर महादेव कांवरे सहित कोटा एसडीएम के कोटा सीएचसी से जाने के बाद दोपहर को ओपीडी बंद होने से पहले सीएमएचओ बिलासपुर भी निरीक्षण के लिए कोटा सीएचसी पंहुचे इस दौरान अनुपस्थित डॉक्टर हॉस्पिटल में मौजूद थे, बिलासपुर सीएमएचओ के कमर में पट्टा बंधा हुआ देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था की सीएमएचओ साहब को भी कमर में दिक्कत रही होगी, उसके बावजूद भी हॉस्पिटल का निरीक्षण करने लगे।

*मरीजों के पास हालचाल पूछने के दौरान बिजली चली गई जिसके बाद मरीजों ने सीएमएचओ से शिकायत की पिछली रात भी ऐसे बिजली चली गई थी पर सीएमएचओ ने मरीजों को कहा की वो क्या कर सकते है.ऐसा मरीजों ने हरित छत्तीसगढ को बताया बात भी सही है बिलासपुर सीएमएचओ बिजली अधिकारी तो है..नही फिर भी मरीजों को झूठा आश्वासन ही दे देते की दिखवाते है.? बिजली बंद होने के बाद कुछ मरीजों ने गमछे को ही पंखा बनाकर मरीजों को धुकने लगे..मौके पर मौजूद हरित छत्तीसगढ संवाददाता ने बिजली आफिस-कॉल करके बिजली-सुधारने के लिए बात कही मरीजों को सीएमएचओ द्वारा कही गई बातो से ऐसा लगा बिलासपुर कमिश्नर के आकस्मिक निरीक्षण के बाद वो भी केवल औपचारिकता पूरी करने ही कोटा सीएचसी आए हुए थे।*

*जिला-कलेक्टर या फिर मौजूदा कमिश्नर को ऐसा तो है..नही की कोटा सीएचसी अंतर्गत कोरीपारा पटैता में हुई अमानक टीके से दो नवजात शिशुओं की मौत.? झोला-छाप डॉक्टर के गलत इलाज के कारण टेगनमाडा में दो नाबालिग बच्चो की मौत.? मलेरिया से एक नाबालिग बच्चे की मौत.? बेलगहना पीएचसी में इलाज के अभाव से एक नवजात शिशु की मौत.? की जानकारी नहीं हुई होगी।

*बावजूद सीएमएचओ बिलासपुर सहित कोटा बीएमओ पूरे आनबान शान ठसक के साथ अपने पदों पर बने हुए स्वास्थ विभाग की शान बढ़ा रहे है..ठीकरा फोड़ने के लिए निचले कर्मचारियों को खोजा जा रहा होगा या फिर खोज लिया गया होगा..? मरने वाले नवजात या नाबालिग बच्चे किसी रसूखदार नेता मंत्रियों अधिकारियो के घरो से तो है..नही की संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों पर निलंबन की कार्यवाही के साथ थाने में एफआईआर हो जाय और न ही कोटा नगर या कोटा से लगे ग्रामीण क्षेत्रों की जनता-जनार्दन या जनप्रतिनिधि इतने जागरूक है..की स्वास्थ सेवाओ को लेकर सड़को पर दिखाई दे..इस घटना के बाद विपक्षी-पार्टी के पूर्व स्वास्थ-मंत्री टीएस सिंहदेव सहित कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव सहित कांग्रेस नेताओ ने प्रेस कांफ्रेंस कर स्वास्थ सेवाओ सहित सत्ताधारी दल बीजेपी के स्वास्थ-मंत्री के क्रियाकलापो पर सवाल उठाकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो गए।*

 

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