बगीचा: बीडीसी चुनाव में अरविंद गुप्ता ने ठोकी ताल, क्षेत्रवासियों में जगी उम्मीदें
बगीचा जनपद पंचायत क्षेत्र के क्रमांक 21 रनपुर कर्मा कुदमुरा से बीडीसी चुनाव के लिए अरविंद गुप्ता ने अपनी दावेदारी पेश की है। भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य और मजबूत सिपाही के रूप में अरविंद गुप्ता ने बीते 20 वर्षों से पार्टी और समाज सेवा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अरविंद गुप्ता, जो पिछले 21 वर्षों से अपने पंचायत में निर्विरोध उपसरपंच चुने जा रहे हैं, ने अपने कार्यकाल में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। उन्होंने विशाल सोमेश्वर महादेव मंदिर का भव्य निर्माण करवाकर क्षेत्रवासियों के दिलों में खास जगह बनाई है। उनके शांत स्वभाव, मिलनसार प्रवृत्ति और निस्वार्थ सेवा भावना ने उन्हें जनता के बीच एक लोकप्रिय चेहरा बना दिया है।
बीडीसी चुनाव में उनकी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद क्षेत्रवासियों में विकास और बदलाव की नई उम्मीदें जाग उठी हैं। अरविंद गुप्ता के नेतृत्व में पंचायत में हुए विकास कार्यों को देखते हुए लोग उन्हें अपने क्षेत्र का प्रतिनिधि बनाने के लिए उत्साहित हैं।उनके संघर्षशील और कर्मठ व्यक्तित्व के कारण लोग मानते हैं कि अगर वे बीडीसी पद पर काबिज होते हैं तो क्षेत्र में विकास की रफ्तार और तेज होगी। अरविंद गुप्ता की यह दावेदारी न केवल भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि क्षेत्र के भविष्य के लिए भी एक सकारात्मक कदम मानी जा रही है।
*पत्थलगांव के नवनिर्वाचित मंडल अध्यक्ष अंकित बंसल ने की मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात*
पत्थलगांव।
पत्थलगांव शहर के नवनिर्वाचित भाजपा मंडल अध्यक्ष अंकित बंसल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के विकास और पार्टी संगठन को मजबूत बनाने एवं आगामी चुनाव के लिए चर्चा करते हुए उनका आशीर्वाद लिया। अंकित बंसल ने मुख्यमंत्री से संगठन को मजबूती दिलाने एवं आगामी चुनाव हेतु उनका मार्गदर्शन मांगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उन्हें बधाई दी और संगठन को मजबूत करने में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
संगठन को मजबूत बनाने पर जोर*
मुलाकात के दौरान अंकित बंसल ने पार्टी की नीतियों को गांव-गांव तक पहुंचाने और स्थानीय मुद्दों को हल करने के लिए संगठनात्मक कार्यों को प्राथमिकता देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने उनके प्रयासों की सराहना की और कहा कि पत्थलगांव जैसे क्षेत्र के विकास के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं।इस मुलाकात को पार्टी कार्यकर्ताओं ने उत्साहजनक बताया और इसे संगठन के लिए सकारात्मक कदम माना।
शास्त्री वार्ड से शुभांकुर पाण्डेय ने पहला नामांकन फार्म क्रय कर नामांकन प्रक्रिया का किया शुरुवात भाजपा से हैं प्रबल दावेदारी...
अंबिकापुर :- जैसे ही नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव के तारीखों की घोषणा हुई उसके साथ ही साथ दावेदारों की दावेदारी तगड़ी होती नजर आ रही हैं
बता दे की चुनाव आयोग के द्वारा चुनावी बिगुल बजाने के पश्चात् अब दावेदारों की तगड़ी जोर आजमाईस जारी हो गई हैं जिसमे भाजपा के वार्ड पार्षद के टिकट के लिए दावेदारों ने अपने अपने स्तर से जोर आजमाइस तगड़े रूप से कर दिया गया है
बता दे की लाल बहादुर शास्त्री वार्ड क्रमांक 31 से आज नामांकन प्रक्रिया की शुरुवात के तौर पर आज नामांकन क्रय करने के पहले ही दिन शुभांकुर पाण्डेय ने पहला नामांकन फार्म क्रय करते हुए भाजपा से और तगड़े दावेदारी का शुरुवात कर दिया हैं
मिली जानकारी के अनुसार चर्चाओं के दौर में यह चर्चा जम कर चल रही हैं की जो व्यक्ति लागातार निर्विरोध तरीके से समस्त सामाजिक एवं धार्मिक लोगों मो जोड़ कर एक सामूहिक धार्मिक कार्यक्रम का सफल आयोजन लागातार 14 वर्षो से ॐ शिव सेवा समिति के अध्यक्ष के रूप में भव्यता के साथ दुर्गा पूजन करवा रहा हैं जिससे घर – घर के महिलाओं बच्चों से लेकर एक बड़े बुजुर्गो तक काफ़ी तगड़ी जनाधार बना रखी हैं जिसका लाभ शुभांकुर पाण्डेय कों मिलना माना जा सकता हैं।
मिली जानकारी के अनुसार जिस जगह में शुभांकुर पाण्डेय के अध्यक्ष पद में रहते हुए ॐ शिव सेवा के नेतृत्व में 4 वार्डों के महिलाओं बच्चों बुजुर्गो के बिच अपनी अलग छबि बनाई हैं जिसमे मोहल्ले में कई धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते देखा गया हैं उससे यह समझ में आता हैं की भाजपा कों कई वार्डों में सफलता मिलने का मुख्य कारण ॐ शिव सेवा समिति के द्वारा किये गए धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों का लाभ भी हो सकता हैं।
मुख्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लाल बहादुर शास्त्री वार्ड में अन्य दावेदारों की जमीनी स्तर आम नागरिकों एवं मतदाताओं से पकड़ में काफ़ी कमी हैं जिससे जनाधार मिलने की संभावना काफ़ी कम हैं जिसके वजह से वर्तमान पार्षद शमा कलीम कों टक्कर देना आसान प्रतीत नहीं हो रहा भाजपा के अन्य दावेदारों के बारे में वार्ड में जो चर्चाओं का बाजार गर्म हैं उसमे यह बात सामने निकल कर आ रही हैं की भाजपा से अन्य दावेदारों में कुछ फोटो सूटिंग एवं सोशल मीडिया तक ही सिमित हैं जिनका वार्ड की समस्याओं एवं वार्डोवासियो से कोई लेना देना नहीं हैं जिसके वजह से उनका कोई जनाधार वार्ड में नहीं हैं।
जिसके वजह से अन्य दावेदारों की अगर बात कही जाए तों अभी तक सिर्फ स्वयं के व्यक्तिगत काम काज में ही मसगुल रहे हैं आम जनता से जान पहचान तक करने की फुर्सत इन्हे नहीं मिली ना ही इस तरह की जरुरत फेसबुकिया नेता नहीं समझें।
मिथलेश लकड़ा ने जिला पंचायत सदस्य के लिए भाजपा से दावेदारी की
जशपुर।
पाकरगांव, पत्थलगांव के निवासी मिथलेश लकड़ा ने जिला पंचायत जशपुर के क्षेत्र क्रमांक 10 से सदस्य पद के लिए भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी बनाए जाने हेतु आवेदन किया है।
भाजपा किसान मोर्चा जिला महामंत्री मिथलेश लकड़ा ने भाजपा मंडल नेताओं के पास अपना आवेदन पत्र जमा किया और पार्टी से समर्थन की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें प्रत्याशी के रूप में चुना जाता है, तो वह क्षेत्र के विकास और जनता की सेवा के लिए समर्पित रहेंगे।
झारखंड से लेकर अवैध शराब बेचने वाले पर आबकारी की कार्रवाई, एक और आरोपी जेल भेजा गया, जनवरी में अब तक 6 लोग जेल भेजे गए
जशपुर। जिला आबकारी विभाग जशपुर ने जनवरी माह में अवैध शराब के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए कुल 6 लोगों को जेल भेजा है। सचिव सह आबकारी आयुक्त श्रीमती आर. संगीता के निर्देश और कलेक्टर श्री रोहित व्यास एवं उपायुक्त आबकारी श्री विजय सेन शर्मा के मार्गदर्शन में जिले में लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं।
हाल ही में ग्राम फरसा में जिला आबकारी अधिकारी महिमा पट्टावी के नेतृत्व में बड़ी कार्रवाई की गई, जिसमें झारखंड से लाया गया 14.675 लीटर अवैध शराब जब्त की गई। आरोपी विक्रम साहू को गिरफ्तार कर आबकारी अधिनियम की धारा 34(1), 34(2), और 59(क) के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा गया।
जनवरी में अब तक की कार्रवाई:
जनवरी महीने में जिला आबकारी विभाग ने विभिन्न क्षेत्रों में अभियान चलाते हुए कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन अभियानों के तहत अवैध शराब जब्ती और अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की गई है।
अवैध शराब पर सख्ती जारी
अधिकारियों ने कहा कि अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए जिले में नियमित रूप से अभियान चलाए जाएंगे। इस सख्त कार्रवाई को स्थानीय नागरिकों ने सराहा है और इसे समाज के लिए एक सकारात्मक पहल बताया है।
दिव्यांग, बुजुर्ग एवं बीमार कर्मचारियो को चुनाव कार्यो से मुक्त रखा जाए….
मानदेय 25 हजार और बीमा राशि एक करोड़ रुपए की मांग…
ब्लॉक मुख्यालयों में हो प्रशिक्षण की व्यवस्था, सुविधाओं का रखा जाए ध्यान…
प्रधान पाठक मंच ने राज्य निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र…..
रायपुर //-
“छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक मंच” एवं “राज्य कर्मचारी मोर्चा छत्तीसगढ़” ने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर यह मांग की है कि आगामी नगरी निकाय एवं पंचायत चुनाव में दिव्यांग, गंभीर रूप से बीमार एवं बुजुर्ग कर्मचारियों की ड्यूटी ना लगाई जाए।
मानवता के आधार पर इन्हें राहत प्रदान किया जाए। क्योंकि पूर्व में कई बार यह देखने को मिला है कि दिव्यांग, बुजुर्ग एवं बीमार कर्मचारीयों को भी त्रुटि वस ड्यूटी लगा दी जाती है।
जिसके कारण संबंधित कर्मचारियों को ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए चुनाव कार्यालयों का भाग दौड़ करना पड़ता है। जिससे कि वे परेशान होते हैं।
कर्मचारी मोर्चा के संयोजक एवं छग प्रधान पाठक मंच के प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू, केशव पटेल एवं रमेश भारतद्वाज ने राज्य निर्वाचन आयोग से यह भी मांग की है कि सारे प्रशिक्षण सभी ब्लॉक मुख्यालयों में आयोजित किया जाए। विगत चुनाव में यह देखने को मिला है कि जिला स्तर पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। जिसके कारण कर्मचारियों को पचास, साठ, सत्तर और अस्सी किलोमीटर की दूरी तय कर जिला मुख्यालय में प्रशिक्षण लेने पहुंचना पड़ा था।
साथ ही साथ संगठन ने यह भी मांग कि है कि प्रशिक्षण के समय प्रशिक्षण स्थल पर पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल, चाय नाश्ता, भोजन की व्यवस्था हो।शौचालय आदि की साफ सफाई तथा बैठक व्यवस्था, रूम आदि की साफ सफाई, कुर्सी टेबल आदि की साफ-सफाई हो।
*चुनावी मानदेय बढ़ाई जाए -*
छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक मंच एवं छत्तीसगढ़ राज्य संयुक्त कर्मचारी मोर्चा ने यह भी मांग की है कि पंचायत एवं नगरी निकाय चुनाव में कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाया जाए एवं प्रत्येक कर्मचारीयो को प्रशिक्षण एवं चुनाव आदि कार्य के लिए प्रत्येक कर्मचारी को कम से कम 25,000 रुपए की एकमुश्त राशि प्रदान की जाए।
साथ ही साथ चुनाव ड्यूटी के दौरान मृत कर्मचारी एवं आकस्मिक निधन होने वाले कर्मचारियों को एक करोड रुपए की अनुग्रह राशि देने हेतु प्रावधान रखा जानी चाहिए। “छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक मंच” के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष परस राम निषाद, जिलाध्यक्षद्वय पुरुषोत्तम शर्मा, परमेश्वर साहू, महेश्वर कोटपरहिया, महेंद्र टंडन, बरत राम रत्नाकर, निर्मल भट्टाचार्य, धन्नू साहू, उत्तम कुमार जोशी, एवं प्रदेश, जिला व ब्लाक पदाधिकारीगण उज्जवल चंद्रा, अभिमन्यु बघेल, रंजिता बरेठ….
……. राजूकुमार संवरा, मयाराम सतरंज, ईशा नायक, राधेश्याम चंद्रा, यशवंती, धीवर, मनीराम केंवट, सुन्दर साहू, पुष्पेन्द्र बनाफर, नरेशचंद्रा, दादूलाल चंद्रा, मुकेश नायक, धर्मेंद्र रजक, गुणक चौधरी, रंजीत गुप्ता, सगुन तिवारी, गणपत राव, राधेश्याम धीवर, राजेश पाठक, अजित नेताम, विजेंद्र पाठक, श्याम केंवट, सुजाता त्रिपाठी, अजय भट्ट, कुमार पाठक, त्रिवेणी राजपूत, नामदेव सिंह आदि ने उक्त मांगे चुनाव आयोग से की है।
32 साल से छेत्र में लगातार सेवा दे रही डॉ मंजू मिंज के तबादले से छेत्र के लोगों को हो रही असुविधा। बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए जाने लगे है बाहर।*।
*खुर्शीद आलम* जशपुर*।
जशपुरनगर। प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत जिला चिकित्सालय में लगातार 3 दशकों यानी 32 साल से सेवा देने के बाद डॉ मंजू मिंज का तबादला अभी कुछ समय पहले महासमुंद हो गया है। जानकारी के मुताबिक डॉ मिंज नए स्थान पर ज्वाइन कर फिलहाल अर्जित अवकाश पर हैं, मंजू मिंज MBBS होने के साथ ही यहां की स्त्री रोग विशेषज्ञ भी थीं जिनके प्रशव, जच्चा बच्चा, सम्बंधित इलाज से छेत्र के लोग बहुत खुश ओर संतुष्ट थे। इसके साथ ही डॉ मिंज की यहां एक अलग छवि लोगो में बनी हुए थी। इनका यहां से तबादला होने से लोगों को अ सुविधा हो रही है। लोग अब यहां इलाज न करा कर बाहर यानी रांची या अंबिकापुर जैसे जगहों पर जाकर इलाज कराना बेहतर समझ रहे हैं। जिससे गरीब तबके के लोगों को आर्थिक भार पड़ रही है। हमारी टीम इसका सच जानने जब जिला चिकित्सालय गई तो वहां आए लोगों से जायजा लिया बड़ी संख्या में लोगों ने डॉ मंजू मिंज के नहीं होने से हो रही असुविधा के बारे में बताया। मिंज के चेंबर के बाहर लगती थी लंबी लाइन।
श्रीमती आशा जो एक आम नागरीक हैं इनके के मुताबिक जब मंजू मिंज यहां पदस्थ थीं तो उनके चेंबर के बाहर मरीजों की लंबी लाइन लगी रहती थी क्यों कि उनके इलाज को लोग पसंद करते थे, वो लंबी लाइन अब नहीं दिखती यानी उनसे इलाज कराने वाले लोग यहां आते नहीं हैं।
पुरी जिंदगी क्षेत्र के लोगो के लिए समर्पित, डॉ मंजू
डॉ मंजू मिंज से खास बातचित पर उन्होंने बताया कि ट्रांसफर होना शासन का एक प्रक्रिया है, इतने लंबे अरसे से मैं क्षेत्र के लोगो को सेवा दी हु। मुझे भी इनसे लगाव है, मैं इसी तरह इनको सेवा देती रहूंगी जितना मेरे बस में होगा, अभी फिलहाल मंजू मिंज अपने क्लिनिक जो शांति भवन के सामने है। वहां से लोगों को अपने सेवा दे रहीं हैं।
पत्थलगांव – नगर पंचायत चुनाव के मद्देनजर बगीचा में पर्यवेक्षक के रूप में पर्यवेक्षक शेखर त्रिपाठी बगीचा नगर पंचायत पहुंचे । जहां उन्होंने संगठन के सभी पदाधिकारियों एवं दावेदारों के साथ विस्तृत चर्चा की। टिकट वितरण की प्रक्रिया को लेकर पारदर्शिता और उचित निर्णय पर जोर दिया गया ताकि कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे प्रभावी उम्मीदवार मैदान में उतर सकें।
इसके बाद कार्यकर्ताओं से संवाद किया, उनके विचारों को सुना और सभी में एकजुटता और जोश का संचार किया। चुनावी तैयारियों और रणनीतियों पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया, ताकि बगीचा में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित हो सके। इस दौरान वार्ड 9 की पार्षद ने प्रभारी के समक्ष कांग्रेस प्रवेश भी किया ।
शेखर त्रिपाठी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक मजबूत संगठन और जनता के समर्थन से बगीचा में कांग्रेस का परचम लहराना हमारा संकल्प है। इस दौरान उनके साथ वरिष्ठ कांग्रेसी गज्जू जैन, राजेन्द्र अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, सजन गुप्ता ,नासिर अली सहित कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
वार्डों में दावेदारी की होड़, दिग्गज नेता सुरक्षित सीटों की तलाश में
पत्थलगांव।पत्थलगांव नगर पंचायत में पार्षद बनने की होड़ तेज हो गई है। अधिकांश सीटें सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित होने और पिछड़ा वर्ग के लिए कोई सीट आरक्षित न होने के कारण कई दिग्गज नेता सुरक्षित सीटों की तलाश में जुट गए हैं। चिह्नित पार्षदों के परंपरागत वार्डों में सामान्य वर्ग के नेताओं की बढ़ती दावेदारी ने निवर्तमान पार्षदों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
कांग्रेस में दावेदारों की भीड़
कांग्रेस के वार्ड क्रमांक 10 में दावेदारों की संख्या सबसे अधिक है। यहां निवर्तमान पार्षद अशोक गुप्ता के सामने पूर्व गौसेवा आयोग सदस्य शेखर त्रिपाठी, पूर्व ब्लॉक उपाध्यक्ष नत्थू शर्मा, प्रदेश कांग्रेस सचिव मनोज तिवारी, और अल्पसंख्यक कांग्रेस के पदाधिकारी निशामुद्दीन खान समेत कुल 10 दावेदार हैं।
गौरतलब है कि शेखर त्रिपाठी,और नत्थू शर्मा का गृह वार्ड क्रमांक 5 है, जहां कांग्रेस से अब तक कोई सामान्य वर्ग की दावेदारी सामने नहीं आई है। इसके अलावा, कांग्रेस के वार्ड क्रमांक 4 में भी कांग्रेस उम्मीदवारों की रुचि कम नजर आ रही है।
भाजपा में भी खींचतान
भाजपा के वार्ड क्रमांक 10 और 4 में भी दावेदारी को लेकर खींचतान जारी है। वार्ड क्रमांक 4 में रेवा राम धीवर, अजय बंसल, विकास गर्ग, मनोज शर्मा, और भवानी शर्मा जैसे पुराने नेता दावेदारी कर रहे हैं। वहीं, वार्ड क्रमांक 3 में भाजपा का अब तक कोई उम्मीदवार सामने नहीं आया है।
कांग्रेस और भाजपा के संभावित उम्मीदवारों की सूची
कांग्रेस
1. वार्ड 1: पास्कल पन्ना,रेना कुजूर, समीर कुजूर
2. वार्ड 2: जनार्दन पंकज, वीरेंद्र लहरें
3. वार्ड 3: मार्गेश लकड़ा, रितु टोप्पो
4. वार्ड निरंक
5. वार्ड 5: लुकस लक्ष्मी
6. वार्ड 6: दलोलिया बड़ा
7. वार्ड 7: मनकुंवर एक्का
8. वार्ड 8: महेश सिदार, विजय तिर्की, मिथलेश गिरीश सिंह
14. वार्ड 14: सुनील अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, विकास शर्मा, श्रीमती उर्मिला पटेल, अजीत गुप्ता
15. वार्ड 15: श्रीमती रेखाबाई नारंगे, श्रीमती विमला डहरिया, श्रीमती कविता नारंगे, श्रीमती शकुंता नारंगे
निष्कर्ष
नगर पंचायत चुनाव में इस बार दावेदारी को लेकर खासी गहमागहमी है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों में कुछ वार्डों में भारी खींचतान तो कुछ में दावेदारों की कमी देखने को मिल रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि टिकट वितरण के बाद समीकरण कैसे बदलते हैं।
महिला उम्मीदवारों के नए चेहरे बढ़ा रहे महिला नेत्रियों की चुनौती
पत्थलगांव। पत्थलगांव नगर पंचायत में इस बार अनुसूचित जनजाति (अजजा) महिला आरक्षित अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मैदान में गहमा-गहमी तेज हो गई है। कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों में महिला उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस की स्थिति:
कांग्रेस की ओर से निवर्तमान अध्यक्ष उर्वशी देवी सिंह पुनः दावेदारी पेश कर रही हैं, लेकिन उनकी राह आसान नहीं दिख रही। पार्टी के भीतर मेरी तिर्की और मिथलेश गिरीश सिंह ठाकुर जैसे नए नामों के उभरने से उर्वशी की टिकट पर संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं।
भाजपा में प्रतिस्पर्धा:
भाजपा में भी महिला उम्मीदवारों के बीच मुकाबला जोर पकड़ रहा है। पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुचिता एक्का का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है, लेकिन उनके साथ संगीता सिंह, सलमी निकुंज और अंजू टोप्पो जैसी उम्मीदवारों की दावेदारी ने उनकी चुनौती बढ़ा दी है।
अब देखना होगा कि दोनों पार्टियां अपने-अपने पत्ते कैसे खोलती हैं और अंततः नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर कौन जीत हासिल करता है। इस बार के चुनाव में महिला नेतृत्व की दिशा और दशा पर भी ध्यान केंद्रित होगा।अब देखना होगा की दोनों ही दल के अन्दर खाने से मुख्य रूप से किस महिला का नाम चयनित होता है