Kota-updete:-मौत का टीका…दो नवजात शिशुओ की मौत के बाद__कांग्रेस की 05- सदस्यीय_जांच टीम पहुंची_पटैता कोरी पारा।-
कोटा-बीएमओ गैर- जिम्मेदार…स्वास्थ अमला पूरी तरह से बेपरवाह:–अटल श्रीवास्तव-विधायक कोटा।
*दिनांक:-02/09/2024
*मोहम्मद जावेद खान हरित छत्तीसगढ।।*
*करगीरोड-कोटा:-कोटा विकासखंड के पटैता-कोरीपारा में शुक्रवार को हुए 08 नवजात-शिशुओ के टीकाकरण के बाद शनिवार को दो नवजात-शिशुओं के मौत के खबर के बाद से पूरे स्वास्थ-महकमे के साथ-साथ पूरे इलाके में हडकंप मच गया..मासुम बच्चो की मौत के बाद सत्तापक्ष सहित विपक्ष के बीच स्वाभाविक है..? राजनीति भी तेज होगी दोनों तरफ से जांच टीम बनाई गई है..जो की मासुमो के मौत का कारण जानने मौके पर पहुंचेंगे..मासुमो के परिजनों को ढांढस बंधायेंगे…कोटा विधानसभा आदिवासी बहुल इलाका होने से अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ-सेवाओं को लेकर आज भी उहापोह की स्थिति बनी रहती है, कुछ समय पहले टेगनमाडा में 03-बच्चो की मलेरिया से मौत होने के कुछ दिनों बाद 01- बच्चे की मौत बेलगहना में हो चुकी है बावजूद उसके स्वास्थ सेवाओं पर स्वास्थ अमला सबक लेता दिखाई नही पड़ता है, मौजूदा विपक्ष सत्ता में पूरे 05-वर्ष रहने के बाद भी कोटा विकासखंड के आदिवासी बहुल इलाकों में स्वास्थ-सेवा में सुधार नहीं कर पाया वही हाल मौजूदा सत्ता पक्ष का भी है..सरकार के आठ महीने पूरे होने को है..जबकि इलाके में केन्द्रीय राज्यमंत्री व बिलासपुर सांसद मौजूदा उपमुख्यमंत्री सहित कोटा विधानसभा के छाया विधायक का कोटा विधानसभा क्षेत्र में लगातार आवाजाही होने के बाद भी स्वास्थ सेवाओ का ये हाल है।*
*बहरहाल इस पूरी घटना के बाद सोमवार 02-सितंबर को कांग्रेस की पांच-सदस्यीय टीम पटैता के कोरीपारा पहुंची..गांव में पीड़ित परिवार से पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद कोटा-विधायक अटल श्रीवास्तव मस्तुरी विधायक दिलीप लहरिया बिलासपुर के पूर्व विधायक शैलेष पाण्डेय जिला-अध्यक्ष विजय केशरवानी सहित ब्लाक अध्यक्ष कोटा व विधायक प्रतिनिधि आदित्य दीक्षित श्रीमती बीना मसीह एवं कोटा कांग्रेस के नेता कार्यकर्ता कोटा हॉस्पिटल पहुंचकर मौजूदा स्थिति का जायजा लेकर कोटा बीएमओ के साथ पटैता-कोरीपारा में टीकाकरण करने वाली स्वास्थ-कार्यकर्ता से भी बात की।
*हॉस्पिटल से निकलने के बाद रेस्ट हाउस में पत्रकारों से पूरे मामले में विस्तार से चर्चा करते हुए कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि मौजूदा मामला काफी संवेदनशील और गंभीर है..स्वास्थ-विभाग को जानकारी होने के बाद भी उन्होंने पूरे मामले में गंभीरता नहीं दिखाई जबकि घटना के बारे में जानकारी होते ही स्वास्थ अमले को सक्रीय हो जाना चाहिए था..हमारी सरकार के समय इस बात को लेकर पूरी प्राथमिकता रही की आमजनो के रोटी कपडा़ मकान के साथ ही स्वास्थ सेवाओ पे हमने विशेष तौर पर ध्यान दिया था।*
आगे कोटा-विधायक ने कहा कि कोटा विधानसभा में स्वास्थ को लेकर काफी समस्याएं सामने आ रही है..मौजूदा कोटा बीएमओ काफी बेपरवाह नजर आए जिस दिन बच्चे की मौत हुई..उसी दिन सबसे पहलें परिजनों नें एवं ब्लाक-अध्यक्ष नें उनको इस बात की जानकारी दी उसके बाद भी बीएमओ वहां पर नही पहुंचे..मौजूदा बीएमओ का रवैया गैर जिम्मेदारना रहा..बच्चो का पोस्टर्माटम होना था लेकिन जब परिवार वाले बच्चे को लेकर आए तो स्वास्थ विभाग ने उन्हें उल्टे-पैर वापस कर दिया अब स्वास्थ अमला पोस्टमार्टम की बात कह रहा है..जिसे परिवार वालों ने नकार दिया है।*